मेरठ : जलियांवाला बाग नरसंहार के 100 वर्ष पूरे होने पर जिले में श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन किया गया और क्रान्ति मार्च निकाला गया. साथ ही शहीदों की याद में पौधरोपण भी किया गया, जिसकी जिम्मेदारी उठाने का प्रण वहां मौजूद समाजसेवियों ने लिया.
मेरठ : जलियांवाला बाग की 100वीं बरसी पर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि - मेरठ न्यूज
13 अप्रैल 1919 को अमृतसर में हुए जलियांवाला बाग कांड की 100वीं बरसी पर जिले में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई. क्रांति मार्च के आयोजन के बाद कमिश्नरी कार्यालय पर आयोजित इस सभा में अंग्रेजों की गोली से शहीद हुए उन सभी नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. साथ ही लोगों ने कसम खाई कि आगे ऐसी किसी भी घटना में वह दुश्मनों का डटकर सामना करेंगे.
![मेरठ : जलियांवाला बाग की 100वीं बरसी पर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/768-512-2992361-thumbnail-3x2-image.jpg)
शहीदों की आत्मा की शांति के लिए रखा गया मौन
शहीदों की आत्मा की शांति के लिए रखा गया मौन
क्या रहा कार्यक्रम
- मेरठ के कमिश्नरी कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया.
- एनवायरमेंट क्लब ने जलियांवाला बाग नरसंहार की 100वीं बरसी पर किया था आयोजन.
- यहां लोगों ने ऐसी घटनाओं में डटकर दुश्मन का मुकाबला करने की शपथ ली.
- सभा में क्लब के सदस्यों के साथ-साथ मेरठ के समाजसेवियों ने भी शहीदों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा.
- शहीदों की याद में देश भक्ति के रंग में रंग गया था मेरठ चौराहा.
क्या कसूर था उन शहीदों का?
13 अप्रैल 1919 को अमृतसर में हुए जलियांवाला बाग कांड में लगभग 1500 लोगों की निर्मम हत्या की गई थी. उन लोगों का कसूर ही क्या था, सिर्फ इतना कि वे बैसाखी का त्योहार मनाने पहुंचे थे.
- अजय सेठी,समाजसेवी