मेरठ: जिले के थाना फलावदा इलाके के गांव रसूलपुर तिगरी में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई. जब एक घर में तेज आवाज के साथ धमाका हो गया. धमाका इतना भयंकर हुआ कि आसपास का पूरा इलाका दहल गया. चार मकानों की छतें उड़ गईं तो दीवारों की ईंटे ताश के पत्तों की तरह बिखर गईं. हादसे में घर के मालिक निसार और उसके दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि पत्नी और अन्य बच्चों समेत 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. धमाके की आवाज से कोई कुछ नहीं समझ पाया. आसपास के लोगों में दहशत का माहौल बन गया. सूचना मिलते ही आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाल कर पल्लवपुरम के अस्पताल में भर्ती कराया है. परिजन धमाके के कारण गैस सिलेंडर में आग लगना बता रहे हैं.
चार मकानों की उड़ी छत
निसार के मकान में हुए धमाके से आसपास के चार मकानों की छत उड़ गई. दीवारों की ईंटे ताश के पत्तों की तरह बिखर गईं. पड़ोसियों और ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. धमाका इतना तेज था कि किसी की कुछ समझ में नहीं आ रहा था. दो-तीन किलोमीटर की दूरी पर पड़ोसी गांव महलका, बातनौर, सहसपुर समेत पूरा इलाका दहल गया. पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया. धमाके की चपेट में आने से चार मकान जमींदोज हो गए. फ्रिज का कम्प्रेशर, बैटरी और गैस सिलेंडर धमाके के साथ फट गए. घरों में बैठे दर्जनों लोग मलबे में दब गए.
3 की मौत, 8 घायल
धमाके के साथ हुए विस्फोट में निसार अहमद और उसके एक बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी और अन्य बच्चे समेत 8 लोग मलबे दबने से घायल हो गए. धमाका होने से सब सहम गए किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था. धमाके की आवाज कुछ कम हुई तो लोग घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े. सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया और मलबे में दबे घायलों को बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां निसार के दूसरे बेटे ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.