मेरठः जिले के स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई टेस्टिंग में न सिर्फ बड़ी संख्या में कोविड के नए मरीज सामने आए हैं, बल्कि सरकार के दावों की पोल भी खुलकर सामने आ गई है. पश्चमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्वास्थ्य विभाग को कोरोना संक्रमण के चलते गांव देहात में टेस्टिंग में 1,200 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्तिथि बनी हुई है. सभी मरीजों को घरों में होम आइसोलेट किया गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिले भर में स्वास्थ्य विभाग की 1,108 टीम गठित की गई थी. 5 मई से स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव-गांव पहुंचीं. टीमों ने जिले के 2,98, 312 घरों तक पहुंच कर सर्वे किया. इस सर्वे में अब तक 1,200 लोग एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट में कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि कुछ गांवों में अभी भी टेस्टिंग की जा रही है.
गांव-गांव चलाया टेस्टिंग अभियान
मेरठ में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. आये दिन न सिर्फ संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, बल्कि मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़नी लाजमी हैं. स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण से जूझ रहे मेरठ में 5 मई से हर गांव में टेस्टिंग अभियान छेड़ा हुआ है. गांव-गांव टेस्टिंग अभियान में डराने वाले परिणाम सामने आए हैं. 5 मई से 10 मई तक मेरठ के गांवों में 1,200 से ज्यादा कोरोना के नए केस सामने आ चुके हैं. गांव में मिले पॉजिटिव मरीजों को गांवों में ही होम आइसोलेट कर दिया गया है. सभी मरीजों को घर पर ही दवा की किट दी गई है.
एक नजर में जानिए गांव के हालात