मेरठ : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर समाजवादी छात्रसभा के नेतृत्व में छात्रों ने प्रदर्शन किया. छात्रों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर विश्वविद्यालय गेट पर घंटों नारेबाजी की.
गौरतलब है कि बुधवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का 33वां दीक्षांत समारोह आयोजित हो रहा है. इसमेंम यूपी की गवर्नर आनंदीबेन पटेल समेत डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा मौजूद रहने वाले हैं. इससे ठीक पहले मंगलवार को यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर अलग-अलग कक्षाओं के छात्रों ने पांच सूत्री मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की.
गवर्नर के दौरे से पहले चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के छात्रों ने क्यों लगाए नारे, जानें क्या है मामला यही नहीं, इस मौके पर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ भी स्टूडेंट्स नारेबाजी करते रहे. मौके पर स्थानीय पुलिस ने भी छात्रों को शांत कराया लेकिन छात्र नहीं माने. उनका आरोप था कि कोरोनाकाल में पिछले दो सत्र से यूनिवर्सिटी में अस्थाई जेल बनाई गई थी.
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यहां कैदियों को इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में रोका जाता था. अब जब कोरोना का भी खतरा काफी कम है, अस्थाई जेल की वजह से तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के सामने पढ़ाई में व्यवधान आ रहा है. आरोप लगाया कि अस्थाई जेल बनाने से कंप्यूटर साइंस के छात्र-छात्राओं समेत अन्य की पढ़ाई में भी व्यवधान बना रहता है.
इसके अलावा कोरोना काल से बंद विश्वविद्यालय की कैंटीन को खुलवाने, डिग्री वितरण घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई संबद्ध काॅलेजों की कारगुजारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. कहा कि दो महाविद्यालयों ने गलत ढंग से फेल छात्रों को पास दिखाकर मोटी रकम ऐंठी है.
इस मामले में तत्काल दोनों कॉलेजों पर कार्रवाई की भी मांग की. छात्रों को किसी तरह देर शाम तक यूनिवर्सिटी प्रसाशन की तरफ से समझाकर शांत किया गया. उनकी मांगों पर भी गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया गया है.