मेरठ: 28 मार्च 2019 को पुलिस कस्टडी से फरार हुए ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की गिरफ्तारी करने में युपी पुलिस नाकाम रही थी, लेकिन बदन सिंह का ट्रक चालक से अपराधी बनने तक का रिकॉर्ड खंगालने में सफल हो गई है. ढाई लाख का इनामी बदन सिंह बद्दो किसी फिल्मी डॉन से कम नहीं है. तस्करी से लेकर लूट, अपहरण, हत्या, रंगदारी वसूलने का उसका स्टाइल किसी फिल्मी डॉन जैसा ही है. चौंकाने वाली बात तो ये है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इस डॉन की कहानी में खूबसूरत हसीनाओं का भी बड़ा रोल है. मेरठ से लेकर दिल्ली तक बद्दो की मदद करने वाली इन हसीनाओं पर पुलिस अब शिकंजा कस रही है. पुलिस के मुताबिक, विदेश भागने में बदन सिंह बद्दो की सहायता इन प्रेमिकाओं ने की थी. मेरठ पुलिस बद्दो की तलाश में इंटरपोल और सीबीआई की मदद भी ले रही है.
प्रेमिकाओं की मदद से हुआ था फरार, STF की रडार पर है ये बदमाश
28 मार्च 2019 को पुलिस कस्टडी से फरार हुए ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की गिरफ्तारी करने में युपी पुलिस नाकाम रही थी, लेकिन बदन सिंह का ट्रक चालक से अपराधी बनने तक का रिकॉर्ड खंगालने में सफल हो गई है.
पुलिस कस्टडी से फरार हुए था बदमाश
अपराधी बदन सिंह बद्दो को 28 मार्च 2019 में एक मामले में पुलिस फतेहगढ़ जेल से गाजियाबाद कोर्ट में पेशी पर लेकर आई थी. कोर्ट में पेशी कर वापस लौटते वक्त बदन सिंह बद्दो ने फिल्मी स्टाइल में पुलिस कर्मियों को अपनी पार्टनरशिप के होटल मुकुटमहल में रुकने के लिए राजी कर लिया, जहां उसने पुलिस की खूब खातिरदारी करवाई और नशे में धुत्त कर खुद मेरठ के मुकुटमहल होटल से फरार हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए जिले भर में नाकेबंदी कर तलाशी अभियान चलाया था, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला था.
मेकअप करके भागा था आरोपी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 28 मार्च 2019 को पुलिस कस्टडी से भागने के बाद कुख्यात गैंगस्टर बदनसिंह बद्दो साकेत इलाके में शहर के नामचीन डॉक्टर की बेटी अदिति के ब्यूटी पार्लर पहुंचा था, जहां उसकी प्रेमिका अदिति ने न सिर्फ बदन सिंह बद्दो की दाढ़ी और सिर के बालों में बदलाव करके उसका हुलिया बदल दिया, बल्कि बदन सिंह को उसके खास दोस्त भानुप्रताप सिंह के घर अपनी कार से छोड़कर आई थी. जानकारी के मुताबिक, अदिति बद्दो की कई साल पुरानी गर्लफ्रैंड है, जो लगातार उसके संपर्क में बनी रहती है. सारे सबूत जुटाने के बाद पुलिस ने उस पर भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है.