मेरठःस्थानीय निकाय चुनावों को लेकर समाजवादी पार्टी ने पहले ही जिले से मेयर और नगर पालिकाओं से चेयरमैन पद समेत नगर पंचायतों से नगर पंचायत अध्यक्ष के दावेदारों के अलावा पार्षद और सभासदों के आवेदकों की सूची पार्टी मुख्यालय को भेज दी थी. ऐसे में अब खतौली में हुए उपचुनाव के बाद आए नतीजों के बाद से राष्ट्रीय लोकदल गदगद है.
पिछले कुछ दिनों से पार्टी के दफ्तर पर हर दिन चुनाव लड़ने के इक्छुकों से आवेदन स्वीकार किए जा रहे थे. हैरानी की बात यह है कि दोनों पार्टी के नेताओं का कहना है कि बीजेपी को रोकने के लिए दोनों दलों में गठबंधन है. ऐसे में सपा और रालोद के दावेदारों की बढ़ती संख्या से चयन समिति के नेता बेहद खुश हैं कि उन पर अब ज्यादा विकल्प होंगे.
सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह का कहना है कि 'जिले में सपा और रालोद का गठबंधन है और हम एक हैं. पार्टी मुख्यालय को स्थानीय निकाय चुनाव में किस्मत आजमाने वालों के आवेदन भेज दिए गए हैं. वर्तमान में समाजवादी पार्टी का ही मेयर भी मेरठ में है, जो भी निर्णय होगा वह तो हाईकमान ही तय करेगा.
बता दें कि राष्ट्रीय लोकदल की पश्चिमी यूपी की अलग-अलग सीट से जीत कर विधानसभा पहुंचने वाले विधायकों की संख्या 8 थी. अब पार्टी के पास नवरत्न हो गए हैं, क्योंकि खतौली में भी पार्टी को गठबंधन का फायदा मिला और बीजेपी से इस सीट को छीन लिया. राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष आतिर रिजवी ने बताया कि अब तक मेरठ के महापौर के लिए उनके पास 12 आवेदन आ चुके हैं. जिले में 13 नगर पंचायत और 2 नगर पालिका हैं उनके लिए भी आवेदन आए हैं. वहीं, 55 वार्ड लिए भी अब तक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं.