मेरठ :बीस किलोमीटर पैदल चाल में टोक्यो ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रियंका गोस्वामी ने अपने पिता से वादा किया है कि वह ओलंपिक में पदक जीतकर लौटेंगी. उनके पिता पिछले दस साल से बेरोजगारी से जंग लड़ रहे हैं. टोक्यो में भारत का तिरंगा शान से लहराने को बेताब मेरठ की रेस वॉकर प्रियंका गोस्वामी को हर ओर से शुभकामना संदेश दिए जा रहे हैं. इसी कड़ी में बीके माहेश्वरी स्कूल ने भी मंगलकामनाओं के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया है. इस हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत बीते दिनों मेरठ आए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने की थी.
बीके माहेश्वरी स्कूल की टीचर्स और छात्राओं की खुशी का ठिकाना नहीं है. उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा कि उनके यहां की स्टूडेंट ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही है. अगस्त के पहले हफ्ते में रेस वॉकर प्रियंका गोस्वामी का इवेंट होगा. हर व्यक्ति उन्हें ऑल द बेस्ट कहता हुआ नजर आ रहा है.
एथलीट प्रियंका के घर पर पदकों का जखीरा है. प्रियंका ने सबसे पहले वर्ष 2015 में रेस वॉकिंग की दुनिया मे तिरुअनंतपुरुम में आयोजित हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता. इसके बाद इसी साल मैंगलोर में फेडरेशन कप में भी तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पर कब्जा जमाया. वर्ष 2017 में दिल्ली में हुई नेशनल रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में प्रियंका ने अपने वर्ग में शीर्ष स्थान हासिल करते हुए गोल्ड मेडल जीता.