मेरठः पश्चिमी यूपी के सबसे बड़े एवं शातिर कबाड़ी हाजी नईम उर्फ हाजी गल्ला की करीब 15 करोड़ रुपये की सम्पत्ति को मेरठ पुलिस ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सीज किया है. पुलिस ढोल नगाड़े के साथ पहुंची और बंगला नम्बर 235 को जो कि कंटेनमेंट इलाके में है, उसे जब्त कर लिया गया. बता दें कि इस स्थान को अवैध वाहनों के कटान के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
मेरठ के सोतीगंज के सबसे बड़े कबाड़ी के तौर पर पहचाने जाने वाले नईम उर्फ हाजी गल्ला की करीब पंद्रह करोड़ की सम्पत्ति आज जब्त की गई है. बता दें कि मेरठ के सबसे बड़े वाहन कटान के माफिया नईम उर्फ गल्ला पर अलग-अलग राज्यों में 35 से अधिक मुकदमे पंजीकृत हैं. एएसपी सूरज राय दल बल के साथ कंटेनमेंट इलाके के बंगला नम्बर 235 पर पहुंचे और बकायदा ढोल नगाड़े बजवाकर पहले मुनादी की गई. उसके बाद माईक से एनाउंसमेंट किया गया कि उक्त सम्पत्ति को सीज किया जाता है.
15 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सीज
गौरतलब है कि अवैध वाहनों के कटान के लिए मेरठ के सोतीगंज को जाना जाता था. लेकिन इस तरफ कुछ महीने पहले तक कोई भी पुलिसकर्मी हाथ तक नहीं डालता था. लेकिन अब सोतीगंज का नजारा एकदम बदल चुका है. पुलिस यहां लगातार गंदे धंधे में लिप्त अवैध रूप से वाहनों के कटान को अंजाम देने वाले माफियाओं के खिलाफ एक्शन ले रही है.
चर्चित कबाड़ी की 15 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सीज काबिलेगौर है कि हाजी गल्ला के नाम से मशहूर शख्स सोतीगंज में अवैध वाहनों के कटान कर मामले में किंग कहा जाता था, जिसका सिक्का यहां कई दशक से चलता आ रहा था. इस काले धंधे से रातों रात अमीर बने गल्ला की पिछले कुछ महीने से उल्टी गिनती अभी जारी है.
चर्चित कबाड़ी की 15 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सीज एएसपी सूरज राय ने बताया कि गल्ला का नेटवर्क काफी बड़ा था. उन्होंने बताया कि यूपी, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब समेत और भी कई राज्यों में अवैध वाहन काटने के धंधे में माहिर नईम उर्फ गल्ला पर करीब 35 मुकदमे दर्ज हैं. गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई की जा चुकी है.
चर्चित कबाड़ी की 15 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सीज पुलिस की मानें तो अब तक अकेले गल्ला के ही तीन मकान समेत एक गोदाम को सील कर दिया है. यानी अब तक करीब 30 से 35 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को पुलिस सीज कर चुकी है. अधिकारियों का दावा है कि ये सारी सम्पत्ति उसने अवैध रूप से वाहनों का कटान करके कमाई थी.
चर्चित कबाड़ी की 15 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सीज बता दें कि पुलिस ने आज जिस प्रॉपर्टी को सीज किया है. ईटीवी भारत की टीम बंगला नम्बर 235 के अंदर दाखिल हुईं. उस बंगले को हाजी गल्ला वाहनों को काटने के लिए गोदाम के तौर पर इस्तेमाल करता था.पड़ोस में रहने वाली एक महिला का कहना है कि वो करीब 50 सालों से वहीं अपने परिवार के साथ रहती है. रात को यहां बड़े-बड़े ट्रक और कारें आती थीं, जो कि सीधे अंदर जाती थीं. उसके बाद सिर्फ रातभर काटने, पीटने, तोड़ने और फोड़ने की आवाजें आती थीं. उन्होंने बताया कि कुछ पुलिस वाले भी आते थे और चले जाते थे. लेकिन जितनी संख्या में ताज पुलिस आई है. ऐसे पहले कभी कोई नहीं आया. बुजुर्ग महिला से पूछा गया कि कभी किसी को बताया क्यों नहीं? तो उसका कहना था कि वो कमजोर लोग हैं और कुछ भी बोलकर मुसीबत लेना नहीं चाहते थे.पुलिस और क्यूआरटी की टीम मेरठ के कंटेनमेंट इलाके में पहुंची तो आसपास में अफरातफरी का माहौल था. पुलिस ने गोदाम में तमाम लक्जरी कारों के अवशेषों के वीडियो भी बनाए और फिर मुनादी कराते हुए गोदाम पर नोटिस चस्पाकर अपना ताला लगाते हुए सील लगाई.बता दें कि ये सम्पत्ति कंटेनमेंट इलाके में है. यहां रक्षा सम्पदा अधिकारी ने भी सेना की जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में गल्ला और उसके बेटों के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी. जिसे पुलिस ने अवमुक्त कराते हुए एक्शन लिया है.
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गौरतलब है कि अधिकतर लोग अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई से एक गाड़ी खरीद पाते हैं. लेकिन ऐसे कुख्यात माफियाओं की नजर में अगर वो वाहन चढ़ जाए तो फिर मिनटों में वाहन गायब हो जाया करते थे. मेरठ में लगातार एसएसपी प्रभाकर चौधरी के नेतृत्व में यहां के बदनाम हो चुके बाजार सोतीगंज में उनकी तरफ से ऑपरेशन क्लीन जारी है. इतना ही नहीं इससे भी अधिक जो महत्वपूर्ण है वो ये है कि जो लोग कुछ और धंधा करना चाहते हैं. उनके लिए रोजगार दिलाने को भी पुलिस प्रयास कर रही है.