मेरठ:सावन मास के साथ ही कांवड़ यात्रा भी गुरुवार से शुरू हो गई है. इसको लेकर सभी विभागों ने तैयारियां की हैं. स्वास्थ्य महकमा कांवड़ यात्रा को लेकर चौकन्ना है. किसी कांवड़िए की अगर रास्ते में तबीयत खराब हो जाए तो उसे फौरन उपचार मिले, इसे लेकर खास व्यवस्थाएं की गई हैं. जगह-जगह सीएचसी और पीएचसी में तो उपचार होगा ही, इसके साथ ही कांवड़ यात्रा मार्ग पर कई मेडिकल कैम्प्स भी लगाएं जाएंगे. इन कैम्पस में डॉक्टर्स की टीम 24 घंटे मौजूद रहेगी. यही नहीं अगर किसी कांवड़िए को सांप ने डंसा तो फौरन उपचार की व्यवस्था की गई है. वहीं, अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी डीएस चौहान ने औघड़नाथ मंदिर में जलाभिषेक किया. साथ ही कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की.
मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ अशोक तालियान का कहना है कि मेरठ मंडल में सबसे ज्यादा कांवड़िए आते हैं. अन्य राज्यों के कांवड़िए भी मंडल के जनपदों से होकर गुजरते हैं. उन्होंने कहा कि मंडल के सभी जनपदों के सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं. मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर से कांवड़िए गुजरते हैं. मंडलीय सर्विलांस अधिकारी ने कहा कि इस महीने में सांप निकलने की संभावना रहती है. लिहाजा एंटी स्नेक वैनम की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. अगर ऐसा केस मिलता है तो उचित इलाज उपलब्ध होगा.
मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ अशोक तालियान ने कहा कि मेरठ मंडल में सभी रूट पर 24 घंटे एंबुलेंस भी उपलब्ध रहेगी. हेल्पलाइन नंबर भी कांवड़ियों को उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोविड के बाद कांवड़ यात्रा हो रही है. कांवड़ियों से उन्होंने अपील की है कि जिन्हें पहले कोविड हो चुका है और किसी को कोई कॉम्प्लिकेशन है तो वह विशेष ध्यान रखें, क्योंकि गर्मी काफी है इसलिए सभी कांवड़िए पानी का सेवन करते रहें.
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