मेरठ: धनतेरस के मौके पर हिन्दू धर्म से जुड़े लोग पूजा के लिए बर्तनों की खरीददारी कर रहे हैं. शहर में धनतेरस पर जहां लोगो में खासा उत्साह देखा जा रहा है, वहीं कोरोना का असर भी देखने को मिल रहा है. बेगमपुल बाजार में बर्तनों की दुकानों पर बहुत कम ग्राहक पहुंच रहे हैं. धनतेरस के दिन जहां हर साल पैर रखने की जगह नहीं रहती थी. आज वहां गिने चुने ही ग्राहक आ रहे हैं. ETV भारत ने बेगमपुल बाजार का जायजा लिया और दुकानदारों एवं ग्राहकों से बात की.
धनतेरस पर ग्राहकों और दुकानदारों की प्रतिक्रिया. धनतेरस पर कोरोना का असर
मेरठ जिले में एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने लगे हैं. हर दिन 200 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज आने के बाद जनपद वासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है. इसका असर सीधा खरीददारी पर पड़ रहा है. ETV भारत की टीम ने धनतेरस के पर्व पर जब दुकानदारों और ग्राहकों से बात की तो उनका कहना है कि मेरठ में कोरोना वायरस के मरीज मिल रहे हैं. कोरोना के कारण घर से निकलने में डर लगता है. बावजूद इसके कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए थोड़ी बहुत खरीददारी कर रहे हैं.
आर्थिक संकट से जूझ रहे लोग
कोरोना काल मे काम धंधे बंद होने की वजह से आमजन के सामने आर्थिक संकट मंडराया हुआ है. जिससे लोग त्योहारों पर भी केवल जरूरत के सामान ही खरीद पा रहे हैं. जहां धनतेरस पर पीतल और तांबे के बड़े बर्तन खरीदे जाते थे आज स्टील के छोटे बर्तन ही खरीद कर काम चला रहे हैं. पीतल और तांबे के बर्तन इस बार ग्राहकों के बजट से बाहर हो चुके हैं. खरीददारी करने आई कनिका ने बताया कि एक तो कोरोना का डर लगता है. वहीं 8 माह से कोई आमदनी नहीं हुई जिसके चलते नाम मात्र की ही खरीददारी की जा रही है. लोगों के पास पैसा नहीं होने की वजह से धनतेरस जैसा त्यौहार फीका पड़ गया है.
बर्तन खरीदना शुभ
बुजुर्ग महिला भोली ने बताया कि धनतेरस के अवसर पर बर्तन खरीदना शुभ होता है. लोग अपने बजट के हिसाब से बर्तन खरीद कर उनकी पूजा करते हैं. ऐसी मान्यता है कि धनतेरस पर बर्तनों की पूजा करने से घर मे मां लक्ष्मी का वास रहता है. मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है.
बाजार में ग्राहकों की कमी
बर्तन व्यापारी अभिनव अग्रवाल का कहना है कि धनतेरस के दिन बाजारों में बहुत भीड़ रहती थी. सभी मुख्य बाजार ग्राहकों से सराबोर रहते थे. इस बार ग्राहकों की बहुत कम संख्या बाजार में आ रही है. पिछले सालों की अपेक्षा इस बार 40 फीसदी भी बर्तन नहीं बिक पा रहे हैं. इसकी मुख्य वजह कोरोना वायरस ही माना जा रहा है. कुल मिलाकर इस बार की धनतेरस व्यापारियों के लिए फीकी पड़ती नजर आ रही है.