मेरठ: मेरठ मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर सरधना में एक ऐतिहासिक चर्च है. यह चर्च सौहार्द, आस्था और इतिहास का बेजोड़ नमूना है. इसके साथ ही यह चर्च पूरे देश में प्रसिद्ध है. इस प्रसिद्ध चर्च के बारे में कहा जाता है कि यहां जो भी आता है, उसकी मुराद पूरी होती है. इस ऐतिहासिक चर्च को फरजाना उर्फ समरू बेगम द्वारा बनावाया गया है.
प्रभु यीशु की मां के सम्मान में बना था चर्च
सरधना में स्थित "रोमन कैथलिक चर्च" में देशभर से लोग हर दिन पहुंचते हैं. इसका अपना एक इतिहास है और एक कहानी है. चर्च के गाइड सेमुअल एल्बर्ट ने बताया कि 1809 में इस चर्च का निर्माण शुरू हुआ था और सन् 1822 में बनकर तैयार हुआ था. इस चर्च के 201 साल पूरे हो चुके हैं. सरधना की रानी बेगम फरजाना ने अपने पति की ख्वाहिश पूरी करने और प्रभु यीशु की मां के आदर सम्मान में इस ऐतिहासिक रोमन कैथलिक चर्च का निर्माण कराया था.
मां मरियम लोगों की मुरादें करते हैं पूरी
सेमुअल एल्बर्ट ने बताया कि इस चर्च को एक मुस्लिम महिला ने ईसाई धर्म अपनाने के बाद बनवाया था. उन्होंने बताया कि इस चर्च के अंदर एक शक्ति है, यह एक चमत्कारी चर्च है. यहां दूर-दूर से लोग अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं. चर्च में आने के बाद लोगों के साथ चमत्कार होता है. यहां आने पर लोगों की मुरादें पूरी हो जाती हैं. इस चर्च में मां मरियम की पूजा की जाती है.
सबसे मंहगे मिस्त्री ने बनाया था चर्च
बता दें कि बेगम फरजाना बागपत जनपद के कोताना कस्बा के रहने वाले लतीफ अली खां की बेटी थीं. उस समय भरतपुर के राजा जवाहर सिंह के सेनापति वाल्टर रेंनार्ड उर्फ समरू ने मुस्लिम रीति रिवाज से फरजाना से निकाह किया था. बाद में फरजाना ने अपने पति समरू की मौत के बाद कैथोलिक धर्म अपना लिया था. इसके बाद ही सरधना चर्च का निर्माण करवाया था. इस चर्च को बनाने में लगभग चार लाख रुपये का खर्च हुए थे. चर्च के गाइड ने बताया कि इसके निर्माण के लिए 25 पैसे प्रतिदिन के हिसाब से मिस्त्री को रखा गया था, जोकि उस दौर का सबसे महंगा मिस्त्री था.
पवित्र स्थान का मिल चुका है दर्जा
बेगम समर द्वारा सरधना में बनवाए गए इस चर्च को 23वें पोप जॉन ने 1961 में छोटी बेसिलिका का दर्जा देने की घोषणा की थी. बता दें कि बेसिलिका का मतलब अत्यंत पवित्र स्थान होता है. सरधना चर्च में लगी कृपाओं की माता की चमत्कारी तस्वीर के कारण यहां हर वर्ष विशेष प्रार्थना भी नवंबर माह में आयोजित की जाती है.