एसपी देहात कमलेश बहादुर ने दी जानकारी मेरठ: जिले के मवाना थाना क्षेत्र में करीब तीन माह पूर्व हुई 15 लाख रुपये की लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक एटीएम कर्मचारी से लूट की वारदात में उसी कंपनी में पहले कार्यरत रहा एक टेक्निशियन शामिल था. उसने ही बेहद सुनियोजित ढंग से अपने ही गांव के दो युवकों को योजन में शामिल किया था. इसके बाद कर्मी से लूट की थी.
दरअसल, मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र में पुलिस को मंगलवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी. थाना क्षेत्र के गांव कोल में एक निजी कंपनी के कर्मचारी से लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. कंपनी के कर्मचारी ने 15 लाख रुपये लूटने का आरोप दो युवकों पर लगाते हुए पुलिस से गुहार लगाई थी.
पुलिस इस लूट की वारदात को अंजाम देने वाले लुटेरों को पकड़ने की कोशिश में लगी थी. एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि जिस निजी कंपनी के कर्मचारी से लूट हुई थी, उसी कंपनी में पूर्व में काम करने वाले एक युवक ने ही अपने गांव के दो युवकों को भरोसे में लेकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. एसपी देहात कमलेश बहादुर ने कहा कि पीड़ित कर्मचारी के साथ लूट की वारदात कराने वाला कोई और नहीं था, बल्कि उसी निजी बैंक का पूर्व कर्मचारी था. उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में बहुत ही फूंक-फूंक कर कदम रखा. पुलिस को इस मामले से पर्दा उठाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
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एसपी देहात ने बताया कि मेरठ के गंगा नगर इलाके से कंपनी के कर्मचारी नंदन को लूटने वाले दो आरोपियों समेत इस लूट की वारदात की योजना बनाने वाले मास्टरमाइंड विकास को भी गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि विकास पहले इंडिया वन कंपनी में खुद टेक्निशियन रहा था, बाद में उसने नौकरी छोड़ दी थी. उसे हर जानकारी थी कि किस वक्त एटीएम में पैसे जमा कराने कर्मचारी आता जाता है. विकास ने पूछताछ में बताया कि उसपर अपने गांव के लोगों का लगभग 70 हजार रुपया कर्जा हो गया था. लोग उससे आए दिन अपना पैसा मांगने के लिए लड़ते झगड़ते थे. अपना कर्ज उतारने के लिए उसने प्लान बनाया और गांव के ही दो युवाओं कोमल और अंकित को तैयार कर लिया. पुलिस को पूछताछ में कोमल और अंकित ने बताया कि 15 लाख रूपये में से सिर्फ तीन लाख रुपये उन्होंने विकास को दिए. जबकि, बाकी के दोनों ने आपस में बांट लिए. विकास ने उसे मिले हिस्से के तीन लाख रुपये में से अपना कर्जा उतारा और अपने घर में कुछ काम करा लिया. अंकित ने दो नए मोबाइल खरीदे.
एसपी देहात ने बताया कि जांच पड़ताल और पूछताछ के बाद पता चला कि अभियुक्त कोमल ने ढाई लाख रुपये में एक कार खरीदी, बाकी पैसे में से कुछ पैसा घर में लगाया जबकि इस बीचे पहले एक हफ्ते तीनों उत्तराखंड घूम कर आए. उसके बाद फिर पड़ोसी देश नेपाल के काठमांडू में भी घूमकर आए. फिलहाल, लूट किए पैसे में से तीनों से पुलिस ने कुल दो लाख 51 हजार रुपये का कैश बरामद किया है. उसके अलावा एक शैवर्ले बीट गाड़ी, लूट में प्रयुक्त एक सुपर सप्लेंडर मोटरसाइकिल, दो मोबाईल, तीन अवैध तमंचे, कारतूस बरामद किए हैं. उन्होंने कहा कि पूछताछ करके बाकी रकाम की जानकारी भी जुटाइ जा रही है.
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