मेरठ: जिले में बीते कुछ दिनों से एटीएम से जुड़े कई मामले सामने आए हैं. कुछ दिन पहले ही एक एटीएम में करंट उतरने से एक युवा की मौत हो गई थी, वहीं एक अन्य एटीएम में अचानक आग लग गई थी. इसके अलावा एक दूसरे एटीएम से बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था. ऐसे तमाम मामलों को लेकर ईटीवी भारत ने ATM की सिक्योरिटी और वहां के इंतजामों को परखा, जिसमें ये बात सामने आई है कि जिलेभर के एटीएम की सुरक्षा राम भरोसे है यानी सुरक्षा के उपाय तो दूर, जिले के एटीएम पर गार्ड तक भी तैनात नहीं हैं.
मेरठ में विभिन्न बैंकों के द्वारा संचालित करीब 500 ATM है लेकिन हैरानी की बात यह है कि किसी भी एटीएम पर गार्ड की तैनाती नहीं है. इतना ही नहीं कुछ एटीएम में तो अग्निशमन यंत्र तक भी नहीं हैं. जिले में समय-समय पर ऐसी वारदात होती रहती हैं, जिससे एटीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं. ऐसे ही सवालों के घेरे में मेरठ भी है, जहां एटीएम के बाहर न कोई सिक्योरिटी गार्ड है, न अग्निशमन यंत्र. इन तमाम कमियों पर ईटीवी भारत ने शहर वासियों से उनकी राय जानने की कोशिश की. साथ ही, जिले के लीड बैंक मैनेजर से भी बात की. लीड बैंक मैनेजर का कहना है कि जिले में बैंकों ने कोस्ट कटिंग करते हुए एटीएम से गार्ड्स को पूर्व में हटा दिया था.
बता दें कि जिले में कई बार एटीएम लूट की वारदात को भी अंजाम दिया जा चुका है. वहीं हाल ही में एक एटीएम में अचानक करंट उतरने से 25 वर्षीय नवयुवक की मौत हो गई थी. इसके अलावा बीते दिनों एक एटीएम में अचानक भीषण आग लग गई थी. अगर मानक की माने तो, प्रत्येक ब्रांच पर सिक्योरिटी गार्ड, सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन यंत्र और सुरक्षा अलार्म होना बेहद जरूरी है. लेकिन इस तरफ कोई भी जिम्मेदार गम्भीर नजर नहीं दिख रहा है.