उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

उत्तरप्रदेश विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति ने अफसरों को दिए कड़े निर्देश - मेरठ प्रशासन

समिति के सभापति हीरालाल यादव ने बैठक के दौरान कहा कि जनप्रतिनिधि जनहित के मुद्दे उठाते हैं, इसलिए उनके पत्रों का जवाब प्राथमिकता पर दिया जाएं. सभापति ने कहा कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से संबंधित पत्रों पर भी तत्काल कार्रवाई की जाए और प्रोटोकाल का पालन किया जाये.

उत्तरप्रदेश विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति की बैठक
उत्तरप्रदेश विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति की बैठक

By

Published : Aug 27, 2021, 10:05 PM IST

मेरठः उत्तरप्रदेश विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति ने शुक्रवार को मेरठ जनपद का दौरा किया. इस मौके पर अधिकारियों के साथ की बैठक के दौरान जिले के अधिकारियों को समिति के सभापति हीरालाल यादव ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जनप्रतिनिधियो के पत्रों को गंभीरतापूर्वक लें, उनके फोन कॉल उठाए जाएं और उन्हें प्राथमिकता से जवाब भी दें. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के पत्रों पर की गयी कार्यवाही से भी जनप्रतिनिधियों को अवगत कराएं.

समिति के सभापति हीरालाल यादव ने बैठक के दौरान कहा कि जनप्रतिनिधि जनहित के मुद्दे उठाते हैं, इसलिए उनके पत्रों का जवाब प्राथमिकता पर दिया जाएं. सभापति ने कहा कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से संबंधित पत्रों पर भी तत्काल कार्रवाई की जाए और प्रोटोकाल का पालन किया जाये.

उत्तरप्रदेश विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति ने अफसरों के साथ बैठक
सभापति ने कहा कि अधिकारी अपना मोबाइल चालू रखें तथा जनप्रतिनिधियो के फोन का उत्तर अवश्य दें. प्रतिनिधिमंडल में साथ में आए समिति के सदस्य सुरेश कश्यप ने कहा कि जनता व पीडितों से आचरण भी ठीक रखा जाए व जनता के हित में कार्य करें. समिति के ही सदस्य आकाश अग्रवाल ने कहा कि जनता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता है.
उत्तरप्रदेश विधान परिषद की संसदीय अध्ययन समिति ने अफसरों के साथ बैठक

पढ़ें-एसजीपीजीआई के दीक्षांत समारोह में चार अवार्डी को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

बैठक के दौरान जिलाधिकारी के बालाजी ने समिति को आश्वस्त किया कि जनप्रतिनिधियों के पत्रों का जवाब प्राथमिकता पर दिया जायेगा. उनके फोन का उत्तर भी प्राथमिकता पर दिया जायेगा. डीएम ने कहा कि वह स्वयं तथा उनके कार्यालय के कर्मी जनप्रतिनिधियो के पत्रों व फोन कॉल का उत्तर प्राथमिकता पर देते हैं. डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से संबंधित कोई लंबित प्रकरण जनपद में नहीं है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details