मेरठःदिल्ली, आगरा के बाद अब मेरठ की आब-ओ-हवा भी बिगड़ने लगी है. धीरे-धीरे तापमान गिरता जा रहा है. वायु गुणवत्ता का सूचकांक भी बढ़ता जा रहा है. ऐसे में मेरठ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) स्तर खतरनाक स्टेज पर पहुंच गया है. हवा जहरीली होने के बाद धुंध, धुआं, धूल और स्मॉग के चलते आम जनजीवन पर खासा प्रभाव पड़ रहा है. एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़ों पर नजर डालें तो 400 के पार AQI स्तर पहुंच गया है. जिसके चलते विकास कार्यों पर भी इसका असर पड़ रहा है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले समय में इसी तरह शहर में प्रदूषण बरकरार रहने वाला है.
दिल्ली समेत एनसीआर की आबोहवा दूषित
मेरठ में अचानक तापमान गिरने के साथ-साथ वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ता जा रहा है. आसमान में धुंध के गुबार से आमजन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. दिल्ली में हवा जहरीली होने के बाद मेरठ में भी धुंध, धुआं, धूल, स्मॉग के चलते मेरठ का प्रदूषण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 346 रिकार्ड किया गया है. प्रदूषित हवा बढ़ने से सांस के मरीजों के लिए तकलीफ बढ़ गई है. ऐसे में दीपावली पर्व नजदीक है. दिल्ली समेत एनसीआर क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स भी खतरनाक स्टेज में पहुंच चुका है. हरियाणा और पंजाब में पराली जलने के कारण प्रदूषण में लगातार इजाफा होता जा रहा है. देश की राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर की आबोहवा पूरी तरह दूषित हो चुकी है. आलम यह है कि बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए बीते दिनों डीएम दीपक मीणा ने मेरठ में ग्रेप-3 लागू किया था.
मेरठ में लगातार बढ़ रहा एक्यूआई स्तर
आसमान में धुंध के गुबार से दिल्ली समेत एनसीआर क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स भी खतरनाक स्टेज में पहुंच चुका है. जयभीमनगर में 406, गंगानगर में 337, पल्लवपुरम में 403 एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) दर्ज किया गया है. बुधवार को दिन निकलने के साथ ही आबोहवा पूरी तरह दूषित है. आसमान भी स्मॉग की चादर से लिपटा हुआ है. ऐसे में तापमान के ऐसे रहने की संभावना जताई जा रही है. इस बारे में डीएम दीपक मीणा ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बढ़ने से जिले में चल रहे निर्माण कार्यों को रोकने के पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि जिले में ग्रेप-3 नियम लागू है. इस दौरान कंस्ट्रक्शन के जो कार्य हैं. उन्हें रेगुलेट करने के लिए पहले ही कह दिया गया है.
डीएम ने दिया कार्रवाई करने का आदेश
डीएम ने बताया कि सभी विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि जिले में कोई ऐसा कार्य न किया जाए. जिससे शहर में प्रदूषण और ज्यादा फैले. इसलिए अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि किसानों को जागरूक करें कि कहीं भी पराली न जलाएं. अगर ऐसा करते पाए जाएं तो ऐसे किसानों पर तुंरत कार्रवाई करें. डीएम ने बताया कि नगर निगम सहित अन्य विभागों को भी निर्देश दिए गया है कि हवा दूषित करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए. इसके साथ-साथ जनपद के कंस्ट्रक्शन के कार्यों को रेगुलेट करने को निर्देश दिए दिया गया है. साथ ही पानी के छिड़काव के लिए भी संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है.
पटाखे की बिक्री की नहीं दी गई परमिशन
डीएम ने बताया कि दीपावली नजदीक है. शहर में प्रदूषण और अधिक न हो. इसके लिए अभी तक पटाखों के लिए लाइसेंस नहीं दिए गए हैं. आगे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के अनुसार निर्णय लिया जाएगा.
रैपिड रेल के निर्माण कार्यों पर रोक
एनसीआरटीसी (NCRTC ) से जुड़ी मीडिया प्रवक्ता प्रेरणा ने बताया रैपिड रेल के निर्माण कार्य को लेकर जो भी धूल मिट्टी से जुड़े कार्य चल रहे थे. उन सभी पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने बताया कि जो भी कार्य चल रहे हैं. वे पूरी तरह से मानकों का पालन करते हुए संचालित हो रहे हैं. इस बारे में ईटीवी भारत से एनसीआरटीसी की प्रवक्ता ने बताया कि रैपिड से जुड़े ऐसे कार्यों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है. जिनसे प्रदूषण बढ़ने का खतरा रहता है.
वायु को प्रदूषित करने वालों पर होगी कार्रवाई
अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि वायु की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है. ऐसे में निगम के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अवर अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि वायु को प्रदूषित करने वाले समान जैसे रोड़ी, रेत, डस्ट आदि अन्य सामग्री को खुले में बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाए. उन्होंने कहा कि अगर किसी भी दुकानदार ने निर्देशों का पालन नहीं किया तो जुर्माना लगाया जाएगा. इसके लिए नगर निगम की तरफ से एक कमेटी भी बनाई गई है, जो कि जगह वीडियोग्रॉफी करेगी.
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भवन प्रकाश यादव ने बताया कि लगातार निगरानी की जा रही है ताकि प्रदूषण न बढ़े.