मेरठ : थाना सरूरपुर में शादी के छह माह बाद ही अपने पति को रास्ते के हटाने के लिए पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर शूटर के माध्यम से हत्या करवा दी. किसी को शक न इसके लिए पत्नी ने लूट की साजिश रच डाली, लेकिन कहावत है अपराधी कितनी भी चालकी करे, लेकिन कोई न कोई क्लू जरूर छूट जाता है. इस मामले में जब महिला की मोबाइल की कॅाल डिटेल खंगाली गई तो पूरा सच सबके सामने आ गया. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए महिला व उसके प्रेमी को सलाखों के पीछे भेज दिया है.
बता दें, बीत गुरुवार शाम 7.30 बजे के आसपास कुशावली में नहर की पटरी के पास बाइक से जा रहे दंपती अरुण पुत्र सतवीर व पत्नी अर्चना के साथ लूटपाट की घटना सामने आई थी. अरुण मूलरूप से बागपत, बड़ौत के तेवड़ी का रहने वाला था. अरुण नीशो कंपनी में मैनेजर था. वह अपनी ससुराल सरधना गया था. जहां से पत्नी अर्चना के साथ बड़ौत लौट रहा था. नहर के पास पहुंचने पर बाइक सवार आए और पीछे से गोलियां चला दी थीं. गोली अरुण को लगी और अस्पताल ले जाते वक्त उसकी रास्ते में मौत हो गई. इस घटाना में अर्चना के जेवर और पैसे बाइक सवार लूटकर भाग गए थे. हालांकि इस वारदात में अर्चना को जरा सी खरोंच भी नहीं आई. यही बात पुलिस को शक में डाल रही थी.
पुलिस के अनुसार अर्चना ने परिजनों को फोन कर बताया था कि बदमाशों ने हमला किया और फायरिंग कर हमें लूट लिया. मौके पर पुलिस और दोनों घरों से परिजन पहुंचे थे. सरेआम दंपती से लूट और हत्या की घटना की जांच शुरू हुई तो सबके मोबाइल चेक किए गए और रूट के सीसीटीवी देखे गए. पुलिस ने अर्चना के मोबाइल की सर्विलांस पर लिया तो पुलिस को पूरी कहानी पता चल गई. पुलिस ने इस मामले में उसके प्रेमी को उठाया तो उसने पूरा सच उगल दिया. इसके बाद अर्चना को हिरासत में लिया गया तो उसने भी कहानी उगल दी.
अरुण के घरवालों ने बताया कि अर्चना प्री प्लानिंग करके घर से चली थी. बीते 22 जून को अरुण की शादी अर्चना से हुई थी, कुल 6 महीने हुए थे. गुरुवार सुबह 11.30 बजे अरुण पत्नी अर्चना के साथ बुलेट पर घर से सरधना दवाई लेने आया था. अर्चना जिद कर रही थी कि आज ही दवा दिलाने ले चलो. जबरन अरुण की ऑफिस से छुट्टी कराकर वो मायके लेकर गई. बहू अपने सारे जेवर, सोना लेकर मायके गई थी, ताकि वो प्रेमी के साथ भाग सके.