मेरठ :शहर का बढ़ता वायु प्रदूषण चिंता का कारण बनता जा रहा है. बुधवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में रहा. बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण न केवल सांस के मरीजों की परेशानी बढ़ रही है बल्कि आंखों में भी जलन की समस्या सामने आने लगी है. हालांकि वायु प्रदूषण से निजात पाने के लिए कई उपाय किए गए हैं लेकिन प्रदूषण को रोकने के लिए किए गए उपाय काम आते नहीं दिख रहे हैं.
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम जहां प्रतिबंधित ईंधन जलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर चेकिंग कर रही है. वहीं नगर निगम की टीम पानी का छिड़काव कर प्रदूषण को कम करने का प्रयास कर रही है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को मेरठ जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 374 रिकॉर्ड किया गया, जो कि मानकों के अनुसार बेहद खराब स्थिति है. जिन स्थानोंं पर निर्माण कार्य चल रहे हैं या हाइवे पर जाम की स्थिति है वहां वायु प्रदूषण का असर साफ देखा जा सकता है. बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों की आंखों में जलन की शिकायत होने लगी है. डॉक्टर दीपक कुमार ने बताया कि कुछ दिनों से आंखों में एलर्जी की शिकायत लेकर पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. इसके अलावा सांस के मरीजों को भी परेशानी हो रही है.
सुबह की हवा फिलहाल ठीक नहीं
मेरठ की हवा में तेजी से फैल रहा जहर, बढ़ रही स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
मेरठ जिले की हवाओं में जहर घुल रहा है जो बेहद चिंता का विषय बना हुआ है. बुधवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) रेड जोन में रहा. बढ़ते प्रदूषण के कारण सबसे ज्यादा परेशानी सांस के मरीजों को हो रही है.
वातावरण में नमी भी बढ़ी है. यही कारण है कि नमी बढ़ने से डस्ट पार्टिकल हवा में अधिक ऊंचाई तक नहीं पहुंच रहे हैं. ये डस्ट नमी की वजह से नीचे ही जमा हैं. जिस कारण सुबह और शाम के समय प्रदूषण की वजह से धुंध अधिक बढ़ रहा है. यही कारण है कि सुबह के समय इस समय हवा सेहत के लिए ठीक नहीं है. अधिक नमी वाले स्थानों में सुबह के समय धुंध अधिक दिख रहा है. मौसम विशेषज्ञ डॉ यूपी शाही का कहना है कि अब वातावरण में नमी और अधिक दिखाई देगी, ऐसे में धुंध का असर और अधिक दिखेगा.