मेरठ: कैंट विधानसभा सीट से 82 वर्षीय बीजेपी विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल उम्र के बंधन को पीछे छोड़ते हुए पांचवीं बार कमल खिलाने का दम भर रहे हैं. वे इस सीट पर 2002 से लगातार जीतकर विधायक बनते आए हैं. विधायक का दावा है कि पार्टी में चुनाव लड़ने के लिए उम्र का बंधन अब नहीं है. इसी के चलते पांचवीं बार भी वो अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं.
गौरतलब है कि मेरठ कैंट विधानसभा बीजेपी के लिए पश्चिम यूपी की सबसे सुरक्षित सीटों में गिनी जाती है. 1989 से यहां बीजेपी ही हमेशा विजयी रही है. मेरठ कैंट विधायक से ईटीवी भारत ने विशेष बातचीत की. खास रिपोर्ट..
1989 से बीजेपी के पास है मेरठ कैंट सीट: 80 के पार विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल पर क्या पार्टी करेगी दोबारा भरोसा विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल 2002 से कैंट विधानसभा सीट पर बीजेपी को जीत का स्वाद चखाते आए हैं. प्रदेश में सरकार कोई भी बनी हो लेकिन 1989 से मेरठ कैंट विधानसभा पर भारतीय जनता पार्टी का ही प्रतिनिधित्व रहा है.
यह भी पढ़ें :72 घंटों में 14 विधायकों के भाजपा छोड़ने का शोर, चुनावी फेर में ओबीसी वोटों का दिखेगा जोर
2017 के उनके जीत के प्रतिशत को अगर देखें तो यह यूपी की बड़ी जीतों में से एक है. 2002 में पहली बार भाजपा ने सत्यप्रकाश अग्रवाल को कैंट से टिकट दिया था. सत्यप्रकाश अग्रवाल जनता का भरोसा जीतने में कामयाब रहे. विधायक बने और अब तक लगातार कैंट से विधायक हैं.
अपने कार्यों को गिनाते हुए विधायक कहते हैं कि क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में काम किया. अस्पताल बनवाए, पुलिस थाने का निर्माण, बिजली घर की स्थापना, गुंडागर्दी खत्म कराना, थानों पर लूट खसोट न होने देना, दुकानदारों को लूटने वाली घटनाओं पर रोक लगवाना, सड़कों की मरम्मत लगातार करवाना आदि कार्य उन्होंने किए हैं. इन्हीं कार्यों के बल पर वो क्षेत्र में प्रसिद्ध हैं.