मेरठ: कोविड के बीच ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) ने पश्चमी उत्तर प्रदेश में दस्तक देकर न सिर्फ आम जनता की चिंता बढ़ा दी है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कम्प मचा हुआ है. मेरठ जिले में ब्लैक फंगस के मरीज लगातार मिलते जा रहे हैं. गुरुवार को 5 और नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है. जिसके बाद यह संख्या बढ़कर 8 हो गई है. जानकारी के मुताबिक, चार मरीज न्यूटिमा अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि तीन मरीजों का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. वहीं बिजनौर निवासी एक मरीज में बीमारी की पुष्टि होने के बाद परिजन उसे किसी दूसरे अस्पताल में ले गए. हैरत की बात ये है कि इनमें से कई मरीज कोरोना से भी पीड़ित हैं और स्वास्थ्य विभाग अंजान बना हुआ है.
कोरोना के बढ़ रहे मरीज
मेरठ जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है. यहां हर दिन एक हजार से ज्यादा नए लोगों में कोरोना की पुष्टि हो रही है, जबकि दर्जनों लोग दम तोड़ रहे हैं. गुरुवार शाम आई रिपोर्ट में 1093 नये मरीजों में कोरोना संक्रमण मिला है. शहर से लेकर गांव देहात तक कोरोना संक्रमण का कहर देखा जा रहा है. हर किसी को अपनी और अपनों की चिंता सताने लगी है.
कोरोना संक्रमण के बीच ब्लैक फंगस ने मेडिकल स्टाफ के साथ आम जनमानस की नींद उड़ा दी है. दिल्ली-महाराष्ट्र के बाद पश्चमी उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों में ब्लैक फंगस मरीजों को मौत के मुहाने पर ले जा रहा है. अकेले मेरठ जिले में ब्लैक फंगस के 8 मरीज सामने आये हैं, जिनका इलाज विभिन्न अस्पताओं में चल रहा है. ब्लैक फंगस के मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. 4 मरीज न्यूटिमा अस्पताल, 3 मेडिकल कॉलेज में इलाज किया जा रहा है. कोरोना संक्रमित होने के कारण उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. नये मामलों में एक मरीज मेरठ और दूसरा गाजियाबाद का बताया जा रहा है.