मेरठ: मेरठ के मशहूर सोतीगंज के कबाड़ियों के गोदाम पर आज दूसरे दिन भी ताले लटके रहे, लेकिन नए पार्ट्स बेचने वाले व्यापारियों ने सोमवार देर रात तक शपथ पत्र और जीएसटी के कागजात पुलिस को दिखा दिए. जिसके बाद करीब 43 दुकानों को खोलने दिया गया. हालांकि कुछ नए पार्ट्स के दुकानदारों ने अभी भी कागजात नहीं दिखाए हैं, जिसके चलते उनकी दुकानें फिलहाल बंद हैं. दरअसल, मेरठ के सोतीगंज बाजार को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जहां पुलिस ने बाजार पहुंचकर दुकानदारों से बाजार बंद करने का फरमान सुनाया था. अगला आदेश आने तक दुकानें बंद रखने के लिए कहा गया था. साथ ही रविवार को व्यवस्था बनाने के लिए भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई थी.
इस बीच लोगों को बताया गया कि पुलिस की ओर से सभी दुकान मालिकों को नोटिस दिया जा रहा है. वहीं, दुकानों के सामानों के बाबत अब पुलिस के समक्ष रिकार्ड जमा कराने होंगे. इसके बाद अनुमति लेकर कोई दुकानदार अपनी दुकानें खोल सकेगा. इस कार्रवाई से बाजार के व्यापारी खासा नाराज हैं और उन्होंने कहा कि वो डीएम को इस कार्रवाई के विरोध में अर्जी लगाएंगे. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाहन चोरी के कई मामलों में विवेचनाओं के दौरान यह बात सामने आई है कि सोतीगंज बाजार में स्पेयर पार्ट्स का काम करने वाले लोग चोरी की गाड़ियों के पार्ट्स खरीदकर अपनी दुकानों पर बेचते हैं. एसपी सिटी ने बताया कि ये कार्रवाई विवेचना के क्रम में गई है.
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