मेरठःथाना नौचंदी पुलिस इस समय गरीबों का सहारा बन गई है. थाने में महिला कांस्टेबल वर्दी में खाना बना रही हैं. इस दौरान थाने के सभी लोग ड्यूटी खत्म होने के बाद खाना बनाने में लग जाते हैं. इस समय रोजाना 75 परिवारों के ढाई सौ लोगों को नौचंदी पुलिस खाना खिला रही है. शहर भर के अलग-अलग थानों से करीब 5000 लोगों को इस समय पुलिस खाना पहुंचा रही है.
मेरठः पुलिस बनी गरीबों का सहारा, थाना नौचंदी में वर्दी वाले बना रहे भोजन
पूरा देश इस समय कोरोना वायरस से जूझ रहा है. लॉकडाउन के दौरान मेरठ जिले की नौचंदी थाना पुलिस गरीबों के लिए सहारा बनी हुई है. इस थाने के थाना इंचार्ज से लेकर पुलिस कांस्टेबल तक सभी लोग मिलकर करीब 250 लोगों को रोजाना खाना खिला रहे हैं.
ड्यूटी खत्म होते ही बनने लगता है भोजन
अक्सर पुलिस को अनाप-शनाप कहने वाली जनता आज पुलिस का एक नया रूप देख रही है. एक मिसाल बनी है थाना नौचंदी पुलिस जहां पर थानेदार से लेकर कॉन्स्टेबल और खासतौर से महिला कॉन्स्टेबल अपनी ड्यूटी खत्म करते ही मानव हित में गरीबों का पेट भरने के लिए अपनी तनख्वाह से और खुद अपने हाथों से खाना बनाकर गरीबों का पेट भर रहे हैं. इंस्पेक्टर आशुतोष के नेतृत्व में एसआई, दरोगा, सिपाही, सब जनता की सेवा में दिन रात एक कर दिए हैं.
सभी को निभाना पड़ेगा कर्तव्य
खासतौर से महिला सिपाहियों की अगर हम बात करें, तो आप तस्वीरों में उन्हें रोटियां बेलते हुए देख सकतेे हैं. यह दिखने में जितनी सख्त हैं उतनी ही नरम दिल भी. इनको पता है कि देश को बचाने में हर बंदा अपनी भूमिका निभाएगा और सरकार के नियमों का पालन करेगा तभी हम और हमारा देश सुरक्षित रहेगा.