मेरठ:प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार आबकारी एवं मद्य निषेध मंत्री नितिन अग्रवाल सोमवार को मेरठ पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने व्यापारियों के प्रबुद्ध सम्मेलन में पहुंचकर सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से अवगत कराया. साथ ही इस मौके पर भाजपा के नवनिर्वाचित पार्षदों को भी सम्मानित किया. इस दौरान उनके साथ मेरठ के नवनिर्वाचित महापौर हरिकांत अहलूवालिया भी रहे. मंच से बोलते हुए उन्होंने पूर्व की सरकारों से भारतीय जनता पार्टी की तुलना भी की. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लगातार प्रदेश में विकास हो रहा है, जबकि पूर्ववर्ती सरकारों में हालात अच्छे नहीं थे.
इस मौके पर ईटीवी भारत से खास बातचीत में मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि पूरे देश में अगर आबकारी से राजस्व कहीं सबसे ज्यादा आता है तो उत्तर प्रदेश में आता है. मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि आबकारी नीति हमारी पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट है. आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि वे कहना चाहते हैं कि आबकारी नीति की वजह से जो भी इन्वेस्टर उत्तर प्रदेश में आना चाहते हैं, उनका स्वागत है. उन्होंने कहा कि इस ऑफ डूइंग बिज़नेस को हमने लागू किया है और यही कारण है कि आज अगर सबसे ज्यादा एथेनॉल का कहीं उत्पादन हो रहा है तो वह हमारे यूपी में हो रहा है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा न्यूयार्क में बीजेपी को गोडसे की विचारधारा पर चलने वाली पार्टी बताने वाले बयान पर पलटवार किया. आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा कि मैं तो लगातार कह रहा हूं कि राहुल गांधी विदेश में जाकर देश का अपमान कर रहे हैं. राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री का लगातार अपमान विदेश में कर रहे हैं. ये राहुल गांधी को शोभा नहीं देता है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश का इतिहास पढ़ें. शायद उन्होंने पढ़ा नहीं है. इस देश का विघटन अगर किसी ने किया तो उनके पूर्वजों ने किया है. उन्हें देश के इतिहास को पढ़ना और समझना चाहिए. इस देश को अगर विघटित किया है तो उनके परिवार के लोगों ने किया है. उन्हें ये कभी नहीं भूलना चाहिए. मंत्री ने कहा कि अगर राहुल गांधी ऐसी ही भाषा का इस्तेमाल करते रहेंगे तो देश की जनता उन्हें करारा जवाब देगी.
सोमवार को न्यूयार्क में फिर बीजेपी पर बरसे थे राहुल गांधी
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को न्यूयार्क में कहा है कि कि देश दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई का सामना कर रहा है. एक कांग्रेस द्वारा समर्थित और दूसरी भाजपा और उसके वैचारिक माता-पिता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) शामिल हैं. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि भारत में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई है. एक जिसका हम (कांग्रेस) प्रतिनिधित्व करते हैं और दूसरा जिसका समर्थन भाजपा और आरएसएस करते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जो सिद्धांत और विचारधारा प्रिय है, वही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को प्रिय है.