मेरठःमेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक सोमवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने मेरठ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ETV BHARAT से विभिन्न मुद्दों पर खास बातचीत की. एक सवाल के जवाब में सत्यपाल मलिक ने कहा कि कोरोना के बाद चुनाव तक हो गए लेकिन भर्तियों पर रोक लगी है. बेरोजगारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि यहां तो जनता हिन्दू-मुसलमान पर ही खड़ी है. जब 50 साल से हिन्दू-मुस्लिम साथ रह रहे थे तो अब क्या हो गया? ये चीज तो देश को तोड़ देगी. बेबाकी से मुखर होकर राय रखे जाने को लेकर पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि वे तो इस्तीफा जेब में रखकर चलते हैं, जहां कहेंगे वहीं से भेज देंगे.
सत्यपाल मलिक से खास बातचीत. मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि उन्हें अफसोस है कि पश्चिमी यूपी में वे आज तक हाईकोर्ट की बेंच नहीं दिलवा पाए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार सुधार करेगी तो ठीक है, नहीं तो लोग सुधार करेंगे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो वादे सरकार ने किसान आंदोलन को समाप्त करते समय किए थे, उसे पूरे करने चाहिए. उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह के इंसान हैं, वे उन वादों को पूरा करेंगे. बेबाकी से बोलने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोगों को पद का खतरा होता है, उन्हें कोई खतरा नहीं लगता. उन्होंने कहा कि 'मैं अपना इस्तीफा अपनी जेब में लेकर चलता हूं, जहां कहेंगे वहीं से भेज दूंगा.' इसे भी पढ़े-अमेठी में स्मृति ईरानी ने चौपाल लगाकर सुनीं आम लोगों की समस्याएं
यूपी में माफियाओं के खिलाफ गरज रहे बुलडोजर पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि ये तो होनी चाहिए, कोई गलत बात नहीं है. सेना भर्ती न होने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दो साल हो गए लेकिन सेना की भर्ती नहीं हुई. जबकि कोरोना के बाद चुनाव भी हो रहा है. उन्होंने कहा कि यूपी में जब भी भर्ती होती है बड़ा बबाल मचता है, यह बड़ी शर्मिंदगी की बात है.
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