मेरठ: जिले के थाना सरूरपुर क्षेत्र के भूनी गांव स्थित एक स्कूल के शिक्षकों पर छात्रों के माथे पर लगे तिकल को मिटाने का आरोप लगा है. तिलक मिटाने की जानकारी पर बजरंग दल के पदाधिकारी मंगलवार को स्कूल पहुंचे और स्कूल प्रशासन पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाकर हंगामा किया.
बजरंग दल के प्रांत विद्यार्थी प्रमुख अभिषेक चौहान ने बताया कि कई दिन पहले एक निजी स्कूल में कुछ छात्र माथे पर तिलक लगाकर पहुंचे थे. स्कूल के पीटीआई ने छात्रों के माथे से जबरन तिलक को पानी से धुलवा दिया था और भविष्य में तिलक नहीं लगाने की चेतावनी दी थी. छात्रों ने घर पहुंचकर जानकारी अपने परिवार वालो को दी. मंगलवार को छात्रों के परिजनों ने इस घटना की जानकारी बजरंग दल के पदाधिकारियों को दी. इसके बाद बजरंगदल से जुड़े पदाधिकारी स्कूल पहुंचकर स्टाफ को आगे के लिये ऐसा ना करने की चेतावनी दी.
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स्कूल प्रधानाचार्य पारुल चौधरी ने बताया कि कुछ छात्र लिपिस्टिक लेकर स्कूल पहुंच रहे है. कई बार लिपिस्टिक और सिंदूर बरामद हो चुका है. अनहोनी की आशंका के चलते छात्रों को तिलक लगाने से रोकने का प्रयास किया गया था. किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करने का कोई इरादा नहीं था. लगाए जा रहे सभी आरोप गलत है. केवल छात्रों को स्कूल में अनुशासन में रहने को कहा गया है.
प्रधानाचार्य पारुल चोधरी का कहना है कि स्कूल में कुछ छात्र शरारत करते है. उन्हें रोकने के बाद छात्र मनगढ़ंत कहानियां बनाते हैं और अपने अभिभावकों को झूठी बाते बोलते हैं. जिसके बाद अभिभावक अपनी शिकायत लेकर स्कूल आते है. स्कूल आने के बाद उन्हें सारी सच्चाई बताई जाती है. छात्र और छात्राएं किसी भी तरह की गलत हरकतों से बचे और अपनी शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दे, यही स्कूल की कोशिश रहती है. किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का काम स्कूल में नहीं किया जा सकता.
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