मेरठ: नोएडा एसएसपी वैभव कृष्ण प्रकरण में शासन को भेजे गए गोपनीय पत्र लीक किए जाने के मामले में मेरठ रेंज कार्यालय की ओर से स्पष्टीकरण मांगा गया है. यह जानकारी एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को दी. उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए डीजीपी से 15 दिन का समय मांगा गया है. सभी मामलों की जांच कर रिपोर्ट प्रेषित कर दी जाएगी.
मेरठ एडीजी जोन की प्रेस कॉन्फ्रेंस. एडीजी जोन प्रशांत कुमार ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि एसएसपी गौतमबुद्ध नगर की जो आपत्तिजनक वीडियो क्लिप वायरल हुई है, उसकी भी जांच की जा रही है. पूरे प्रकरण की जांच हापुड़ के पुलिस अधीक्षक को दी गई है. इस मामले में संबंधित धाराओं में और आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. मेरठ आईजी रेंज आलोक सिंह के द्वारा साइबर क्राइम की टीम और एसटीएफ भी जांच कर रहे एसपी हापुड़ की मदद करेंगे.
उन्होंने बताया कि एसएसपी नोएडा द्वारा दो पत्र शासन को लिखे गए थे. वह पुलिस महानिदेशक कार्यालय के माध्यम से 7 दिसंबर 2019 को मेरठ एडीजी जोन कार्यालय को प्राप्त हुए. इस संबंध में 8 दिसंबर को ही संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही के लिए पत्र भेज दिया गया है. पूरे मामले में साक्ष्यों की जांच पड़ताल के लिए डीजीपी से 15 दिन का अतिरिक्त समय मांगा गया है.
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एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने बताया कि एसएसपी गौतमबुद्धनगर वैभव कृष्ण द्वारा विभागीय नियमों को तोड़ने के मामले में भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. उन्होंने विभाग के नियमों को तोड़ा है. एडीजी जोन ने बताया कि मेरठ के पत्रकार को गैरकानूनी तरीके से उठाने के संबंध में भी एक तहरीर प्राप्त हुई है और उसके आधार पर भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी. विभागीय जांच के बाद जो भी प्रथम दृष्टया आरोपी सामने आता है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.