नौकरीपेशा हैं रामलीला के कलाकार. मेरठ :जिले में 100 साल से भी ज्यादा समय से रामलीला का मंचन हो रहा है. कलाकारों के शानदार अभिनय और समर्पण के कारण यह रामलीला काफी मशहूर है. खास बात यह है कि सीता का किरदार निभाने वाली कलाकार निजी कंपनी में एचआर मैनेजर हैं, वहीं लक्ष्मण की भूमिका एक अधिवक्ता अदा कर रहे हैं, जबकि श्रीराम का किरदार निभाने वाले कलाकर भी लॉजिस्टिक्स कंपनी में एचआर हैं. ये सभी कामकाजी होने के बावजूद छुट्टी लेकर मंचन में हिस्सा लेते हैं. कई सालों से किरदार को निभाते-निभाते इनके जीवन में भी कई सकारात्मक बदलाव आए हैं. ईटीवी भारत ने कलाकारों से खास बातचीत की.
छुट्टी लेकर मंचन के लिए आते हैं कलाकार. कंपनी में एचआर अंकित छह साल से रामलीला में बन रहे राम :अंकित खन्ना ने बताया कि वह लॉजिस्टिक्स कंपनी में एचआर हैं. पिछले 6 वर्ष से वह श्रीराम का किरदार निभा रहे हैं. श्रीराम के आदर्श उनके जीवन में उतर चुके हैं. उनके जीवन में कई बदलाव आ चुके हैं. सीता स्वयंवर के समय की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने मंचन वाले अंदाज में संवाद भी बोलकर सुनाए. कहा कि भगवान राम का जीवन हमेशा मर्यादा में रहना सिखाता है. राम में मेरी अटूट आस्था है.
शानदार अभिनय से किरदारों में फूंकते हैं जान. लक्ष्मण की भूमिका में नजर आते हैं अधिवक्ता रवि :लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले अधिवक्ता रवि गोस्वामी बताते हैं कि वह पूरे साल अपना काम करते हैं. रामलीला में वह काफी समय से लक्ष्मण का किरदार निभाते आ रहे हैं. वह कहते हैं कि उन्हें यह किरदार बेहद पसंद है. हर छोटे भाई का स्वभाव लक्ष्मण जैसा ही होना चाहिए. किरदार निभाने से उनकी सोच काफी हद तक बदली है. पूरी रामायण लोगों के लिए सीख है. हर किरदार के अपने मायने हैं. कभी किसी ने मर्यादा नहीं लांघी, असल जीवन में भी लोगों को ऐसा ही होना चाहिए.
दूर-दूर से लोग रामलीला देखने के लिए आते हैं. एचआर मैनेजर किरण राज बनती हैं सीता :पिछले 6 साल से माता सीता का किरदार निभा रहीं किरण राज पेशे से एक निजी कंपनी में एचआर मैनेजर हैं. वह कहती हैं कि धर्म, शास्त्र से जीवन में सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा मिलती है. जिसने धर्म को जान लिया, वह जीवन में कभी रास्ता नहीं भटक सकता है. रामलीला मंचन से अपने आचरण व्यवहार को सही रखने की प्रेरणा मिलती है. रामलीला का हिस्सा बनना काफी अच्छा लगता है. हर साल अवकाश लेकर मैं मंचन में हिस्सा लेती हूं.
नौकरीपेशा हैं रामलीला के कलाकार. भरत का किरदार निभाने वाले अमन सिंह करते हैं पढ़ाई :रामलीला में भरत बनने वाले अमन सिंह ने बताया कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रहे हैं. वह बीते कई साल से रामलीला में भरत का किरदार निभाते आ रहे हैं. उन्हें काफी अच्छा लगता है. वह कहते हैं कि प्रयास यही है कि हम अधिक से अधिक लोगों को रामलीला के माध्यम से जागरूक करने का काम करें. कलाकार ने कैकई का भरत के लिए राजगद्दी और श्रीराम के लिए वनवास मांगने के बाद मां से किए गए संवाद को सुनाते हैं. इस दौरान भावुक होने के साथ वह क्रोधित भी हुए.
मेरठ की रामलीला का इतिहास काफी प्राचीन है. रंगकर्मी भी हैं रामलीला के हनुमान अनंत तिवारी, इमरजेंसी मूवी में आएंगे नजर :अनंत तिवारी रामलीला में हनुमान की भूमिका अदा करते हैं. वह रंग कर्मी भी हैं. बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते हैं. वह कंगना रनौत की आने वाली मूवी इमरजेंसी में भी नजर आने वाले हैं. फिल्म में उन्होंने भूमिका निभाई है. वह कहते हैं कि वह पूरी ईमानदारी से अपने किरदार में ढलकर मंचन करते हैं. वह कठोर नियमों को भी मानते हैं और उनका पालन करते हैं. हनुमान का भगवान के राम के लिए समर्पण हमें आराध्य देव के प्रति भी ऐसे ही व्यवहार और आचरण करने की सीख देता है.
शानदार अभिनय से खींचते हैं लोगों का ध्यान. रामलीला मंचन से बदल गया कई कलाकारों का जीवन. रावण की भूमिका निभाने वाले अंकित शर्मा हैं सुपरवाइजर :रावण का किरदार निभाने वाले अंकित शर्मा बताते हैं कि वह भगवान शिव के भक्त हैं. वह आठ साल से लगातार रामलीला का हिस्सा बन रहे हैं. वह नोएडा में एक पेट्रोल पंप पर सुपरवाइजर की नौकरी करते हैं. वह कहते हैं कि रावण सा बुद्धिमान कोई नहीं था लेकिन जिस तरह से रावण में अहंकार था, वह इंसान में नहीं होना चाहिए. अंहकार ज्ञान का मर्दन कर देता है, सही-गलत के बारे में पता नहीं चल पाता है.
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