मेरठ : मेरठ की राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय के कार्यालय अधीक्षक पीके मौर्या का अचानक हृदय गति रुकने से देहांत हो गया है. पीके मौर्य बेहद ही मिलनसार थे. उनकी इतिहास विषय पर अच्छी पकड़ थी. पीके मौर्य मूलरूप से बलिया जनपद के रहने वाले थे. पीके मौर्य के परिजनों ने बताया कि रविवार देर रात करीब 12:30 बजे अचानक उनकी तबीयत खराब हुई थी. इसके बाद तत्काल उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
चिकित्सकों के मुताबिक दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ. मौर्य के कार्यालय अधीक्षक रहते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश की गवर्नर आनन्दी पटेल को भी उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम की अलग अलग गैलरी में प्रदर्शित देश की 1857 से आजादी की गाथा से उनके आगमन पर अवगत कराया था. संग्रहालय में तैनात कर्मचारी हरिओम शुक्ला ने बताया कि पीके मौर्य की दो बेटियां हैं. जिनमें एक करीब तीन वर्ष की है. दूसरी बेटी अभी महज डेढ़ साल की है. उनकी मौत की खबर से बलिया से पूरा परिवार मेरठ पहुंच चुका है. इसके बाद शाम को उनका अंतिम संस्कार हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर में गंगा घाट पर किया गया.
मेरठ के स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय के अधीक्षक की हृदय गति रुकने से मौत - मेरठ न्यूज
आजादी के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में मेरठ का बहुत बड़ा योगदान माना जाता है. यहां के क्रांति वीरों ने अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती देकर देश को आजाद कराने की मुहिम शुरू की थी. मेरठ कैंट स्थित राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय में पूरा इतिहास हाईटेक गैलरी में संजोया गया है.
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मेरठ संग्रहालय का कायाकल्प कराने से लेकर मॉडर्न गैलरी बनवाने में पीके मौर्या का बेहद ही योगदान रहा है. हाल ही में उन्होंने रामायण काॅनक्लेव का आयोजन भी कराया था. पीके मौर्या के अचानक निधन पर जिला प्रशासन ने भी उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.