मेरठ: जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है. तीसरी लहर में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं. वहीं दूसरी लहर को देखने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तीसरे से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है.
मेरठ में महिला और पुरुष अस्पताल में 50-50 बेड का विशेष वार्ड बनाया जा रहा है. जबकि मेडिकल कॉलेज में 50 बेड का आईसीयू बनाने की तैयारी चल रही है. ताकि समय से पहले ही कोरोना की तीसरी लहर के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. जानकारों के मुताबिक तीसरी लहर का असर बच्चों पर ज्यादा पड़ेगा. जिससे अभिभावकों की चिंता बढ़ना लाजमी है. जबकि स्वास्थ्य विभाग विशेष वार्डों में वेंटिलेटर ऑक्सीजन की व्यवस्था करने में लगा हुआ है.
आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर ने हजारों परिवारों को तबाह कर दिया. जानकारों के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर का कहर ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. यही वजह है कि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं. सीएम योगी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा है कि बच्चों को किसी भी कीमत पर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बचाना है.
सीएम योगी की सख्ती के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पहले से ही मुस्तैद हो चुकी है. हालांकि मेरठ जिले में दूसरी लहर में भी दो बच्चे कोरोना पॉजिटिव आये थे. जिन्हें शहर के अलग-अलग अस्पताल में भर्ती किया गया था. लेकिन 3 दिन पहले एक बच्चे की मौत हो गई. वहीं डॉक्टरों की टीम दूसरे बच्चे को बचाने का हर संभव प्रयास कर रही है.