मेरठ: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए मेरठ का स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट मोड पर कार्य कर रहा है. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां 100 से ज्यादा सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली या फिर लखनऊ भेजे गए हैं. इन सैंपल के रिजल्ट जल्द आने की संभावना है. मेरठ के सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन का कहना है कि तीसरी लहर की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए युद्धस्तर पर तैयारी चल रही है.
सीएमओ का कहना है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट ज्यादा घातक बताया जा रहा है. एहतियात जरूरी है इसलिए लोग बेवजह बाहर न निकलें, क्योंकि कोरोना वायरस का प्रकोप कम हुआ है, अभी समाप्त नहीं हुआ है. वो कहते हैं कि यह अपना स्वरूप भी बदल रहा है.
वैक्सीनेशन का काम भी तेज
तीसरी लहर की आशंका के मद्देनज़र मेरठ में युद्धस्तर पर तैयारी चल रही है. एक तरफ जहां वैक्सीनेशन युद्धस्तर पर चल रहा है, तो वहीं ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू हो गए हैं. सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन का कहना है कि मवाना, दौराला और किठौर में ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू हो गया है. चार और ऑक्सीजन प्लांट 15 जुलाई तक शुरू हो जाएंगे. वहीं मेडिकल कॉलेज ज़िला अस्तपाल और कैंट हॉस्पिटल में 31 जुलाई तक ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) शुरू हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि तीसरी लहर की आशंका के मद्देनज़र पीकू वार्ड और नीकू वार्ड भी तैयार हैं.
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ज्यादा सावधान रहने की जरूरत
वहीं बीते दिनों मेरठ के डीएम के बालाजी का कहना है कि ऑक्सीजन प्लांट शुरू होने से आमजन को सहूलियत होगी और उन्हें प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध होगी. राहत की बात है कि फिलहाल कोरोना के केसेज़ में बेहद कमी है. एक्टिव केस की संख्या भी बेहद कम बची है. ऐसे में तीसरी लहर को लेकर हमें और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.