मेरठ: एक ओर जहां केंद्र एवं राज्य सरकारें कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग की रखने की अपील कर रही हैं. बावजूद इसके सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कोई तैयार नहीं है. आये दिन न सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं संक्रमण से मरीजों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. कोरोना महामारी के बीच मेरठ से एक अच्छी खबर आई है. जहां इंजीनियर के छात्र ने ऐसी डिवाइस तैयार की है. जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान रह जाता है. यह डिवाइस हाथ मे पहनने वाले ब्रेसलेट की तरह है. जिसे हाथ में पहनने के बाद चाह कर भी कोई सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नहीं कर पाता. जैसे ही डिवाइस पहने व्यक्ति एक-दूसरे के नजदीक आते हैं, तो यह ब्रेसलेट करंट के झटके देने लगता है. जिससे उसके होश उड़ जाते हैं और वह सोशल डिस्टेंस का पालन करने लगता है.
जानिए कैसे काम करती है डिवाइस
यह सब देखने और सुनने में आपको अट पटा जरूर लग रहा होगा, लेकिन हकीकत यही है. इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग फाइनल ईयर के छात्र पुनीत उपाध्याय ने इस डिवाइस को बनाया है. पुनीत का दावा है कि इस डिवाइस के पहनने के बाद आदमी खुद ही एक दूसरे से दूरी बनाए रखेगा. क्योंकि अगर इसे पहनने के बाद नजदीक आएगा तो करंट का झटके उसको दूर होने पर मजबूर कर देंगे. पुनीत अब इस डिवाइस को पेटेंट कराने की सोच रहे हैं. पुनीत का कहना है कि इस ब्रेसलेट को जो भी एक बार पहन लेगा वो कोई और गलती तो कर सकता है, लेकिन चाह कर भी सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नहीं करेगा.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराती है ये डिवाइस
आपको बता दें कि पुनीत उपाध्याय मेरठ के निजी कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिकस एवं कम्युनिकेशन इंजियिरिंग में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा है. पुनीत ने बताया कि कोरोना महामारी के बीच लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. जिससे कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसे देखकर पुनीत ने सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस बनाने का मन बनाया और सोशल डिस्टेंसिंग इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस तैयार कर दी. यह डिवाइस देखने मे ब्रेसलेट की तरह है. इसे पहन कर तीन मीटर तक की सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहती है.