मेरठःढाई लाख का इनामी माफिया बदन सिंह बद्दो और पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. दोनों ही अपने परिवारों के साथ भाग गए हैं. दोनों तक आखिर पुलिस अब तक क्यों नहीं पहुंच सकी है इसका जवाब किसी के पास नहीं है.
ड्राइवर से माफिया बने सूबे के कुख्यात माफिया बदन सिंह बद्दो की हिस्ट्र्रीशीट दशकों पुरानी है. 26 वर्ष पहले मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र के पंजाबीपुरा में रहकर बदन सिंह बद्दो ट्रक ड्राइवरी करता था. इसके बाद मारपीट और हमले में उसका नाम आने लगा. फिर वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुशील मूंछ के संपर्क में आया और देखते ही अपराध की दुनिया में उसने बड़ा नाम बना लिया. एक बिजनेमैन की हत्या का वह मुख्य आरोपी है. साल 2011 में सदर थाना क्षेत्र में हुई बसपा जिला पंचायत सदस्य की हत्या में वह वांछित है. एक अधिवक्ता की हत्या में उसे आजीवन कारावास हो चुकी है.
महल जैसा आलीशान घर, महंगी बुलेटप्रूफ गाड़ियां, विदेशी नस्ल के कुत्ते, हथियार, ब्रांडेड कपड़े और जूते के शौकीन बद्दो का अंदाज एकदम अलग था. 28 मार्च 2019 को फतेहगढ़ जेल में बंद बद्दो को एक पुराने मामले में पेशी के लिए पुलिस गाजियाबाद कोर्ट ले गई थी. इसी बीच पेशी हुई और फिर से जेल वापस आने लगा. शातिर बद्दो ने पुलिस वालों को मेरठ से चलने के लिए राजी कर लिया. एक होटल में पहुंचने के बाद पुलिसवालों को जमकर शराब पिलाई गई, इसी बीच मौका पाकर बदन सिंह बद्दो फरार हो गया. आईपीएस विवेक का कहना है कि उसकी कई संपत्तियां जब्त की गई हैं. उसे पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं. वहीं, रिटायर्ड आईएएस प्रभात कुमार कहते हैं कि अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलता है तो वो फलते-फूलते हैं.