मेरठ: अयोध्या के श्रीराम सर्किट में स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भी जगह मिली है. मेरठ के गौरव शर्मा स्वर कोकिला के अनन्य भक्त हैं. इनके पास लता जी से जुड़ी तमाम यादें हैं. अयोध्या के साथ ही आधुनिक काल से स्वर कोकिला लता मंगेशकर का नाम वहां छाया हुआ है. लता जी से जुड़ी प्रत्येक खबर की खबर रखने वाले मेरठ के गौरव शर्मा का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है. उनके संग्राहलय में वह खास गीत भी है जो कि वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के आह्वान पर 1990 में अयोध्या और श्रीराम के लिए लता जी ने गाया था, जो आपको आसानी से कहीं सुनने को भी नहीं मिलेगा.
आजकल समूचा देश राममय हो चला है. सभी अयोध्या पहुंचने को बेताब भी हैं. अयोध्या में श्री राम मंदिर के दर्शन के साथ लोग लता चौक पर सेल्फी ले रहे हैं. पीएम मोदी और सीएम योगी जब भी आते हैं, लता चौक की तरफ से जरूर गुजरते हैं. ऐसे में मेरठ में खुद को लता का भक्त कहने वाले गौरव शर्मा ने इस चौक से जुड़ी हर जानकारी अपने राम ध्वनि नामक संग्रहालय में संग्रहित की हैं. गौरव लता चौक पर विभिन्न भाषाओं में लिखे गए आर्टिकल को लगातार एकत्र करते हैं . गौरव के पास लता चौक को लेकर जो जानकारी है वो शायद ही किसी के पास हो.
ईटीवी भारत से बातचीत में गौरव शर्मा बताते हैं कि रामायण सर्किट में प्रभु राम से जुड़े तमाम चरित्र तो देखने को मिल जाएंगे, लेकिन उसके अलावा वहां सिर्फ और सिर्फ लता के नाम पर चौक भी है. जो भी जाता है वह लता चौक पर जरूर जा रहा है. अध्यापक गौरव बताते हैं कि उनके पास ऐसी तमाम चीजें भी हैं जो आपको एक साथ कहीं नहीं मिलेंगी. एक तो ऐसी वीडियो भी उनके पास है जो 1992 में कारसेवकों का उत्साहवर्धन करने के लिए लता जी ने बनाई थी. उस सुंदर गीत के बोल हैं, मन की तब तक सूनी जब तक राम न आएं.
गौरव शर्मा का कहना है कि रामायण सर्किट में मंदिरों का जीर्णोद्धार हो रहा है, वो रामायणकालीन हैं. लेकिन, आधुनिक काल में केवल लता मंगेशकर का नाम ही वहां मिलता है. वास्तु के हिसाब से 14 टन की वीणा को स्थापित किया गया है. वीणा के चारों ओर 92 कमल खिले दिखाई देते हैं. 92 कमल का अर्थ यहां लता जी के जीवनकाल से है. उन्होंने लताजी पर जो संग्रह किया है उसे रामध्वनि नाम दिया है.