मेरठ :कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन की ओर से कई इंतजाम किए जा रहे हैं. शिवभक्त जत्थों के साथ आगे बढ़ते नजर आ रहे हैं. शिवभक्तों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए हर दिन अधिकारी समीक्षा बैठक कर रहे हैं. यूपी, दिल्ली, हरियाणा राजस्थान के लिए भी मेरठ से शिवभक्त गुजरते हैं. ऐसे में जिले में व्यापक प्रबंध किए गए हैं. कांवड़ यात्रियों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो इसके लिए 10 से 15 जुलाई तक इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं.
बॉडी वार्न कैमरों से लैस होंगे पुलिस कर्मी :ईटीवी भारत से बातचीत में डीएम दीपक मीणा ने बताया कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर जो भी मांस व मदिरा की दुकाने हैं, उन्हें लेकर उचित कदम उठाए गए हैं. मार्गों में पड़ने वाले गूलर के वृक्ष समेत झाड़ियों की कटाई कराई गई है. गंगनहर की पटरी समेत कांवड़ मार्गों की मरम्मत कराई जा चुकी है. एससपी ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जिले में पूरे यात्रा मार्ग पर बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं. पुलिस कर्मियों को भी बॉडी वार्न कैमरों से लैस किया गया है. पुलिस कर्मियों की बॉडी पर लगे वॉर्न कैमरे जीपीआरएस से लैस होंगे, जो सीधे कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे. सड़क किनारे स्थित सभी विद्युत खंभों पर पॉलीथिन से लपेट दिया गया है, क्योंकि बरसात में खंभों में करंट उतरने का खतरा रहता है.
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के बंदोबस्त :वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि मिश्रित आबादी बाहुल्य इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. वहीं भीड़-भाड़ में होने वाली हर गतिविधि पर पुलिस प्रशासन की नजर रहेगी. जिले को कुल 62 सेक्टर और 22 जोन में विभाजित किया गया है. सभी जोन में मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. कांवड़ियों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है. हैवी ट्रैफिक रूट डायवर्ट रहेगा, कांवड़ मार्ग से गैर राज्यों को जाने वाले कांवड़ यात्रियों को रवाना किया जा रहा है, ताकि किसी भी शिवभक्त को असुविधा न हो. इसी तरह बुलंदशहर हापुड़ या गढ़मुक्तेश्वर की तरफ जाने वाले कांवड़ यात्रियों को शहर से जाने दे रहे हैं. उनके लिए सड़क और खास इंतजाम भी किए हैं.
इन रास्तों से गुजरेंगे कांवड़िए :बागपत के पुरा महादेव को जाने वाले कांवड़ यात्रियों को सरधना तहसील और मेरठ से होकर गुजरना पड़ता है. शहर के औघड़नाथ मंदिर पहुंचने वाले कांवड़ियों की तादाद भी लाखों में होती है. गौरतलब कि कांवड़ यात्रा पश्चिम यूपी का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है. इसके साथ ही ट्रैफिक प्लान, कानून व्यवस्था, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था की जा चुकी है. हरिद्वार से जल लेकर आने वाले कांवड़ यात्री मुख्य रूप से मुजफ्फरनगर के सकौती से जनपद में प्रवेश करते हैं. उसके बाद दौराला, मोदीपुरम, शोभापुर चौपला, परतापुर बाईपास होते हुए दिल्ली की ओर से वे सीधे निकल सकते हैं. इसके लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इंतजाम कर चुके हैं. इसी तरह मोदीपुरम चेकपोस्ट से मेरठ शहर में प्रवेश कर छठी वाहिनी पीएसी के सामने टैंक चौपला से होते हुए बेगमपुल पहुंच सकते हैं. बेगमपुल से दिल्ली रोड से होते हुए कांवड़ यात्री दिल्ली की ओर निकल सकेंगे.
यह है कंट्रोल रूम का नम्बर :