कारागार में कैदियों ने नवरात्रि का व्रत और रोजा रखा. मेरठःचौधरी चरण सिंह जिला कारागार में इस बार सैकड़ों बंदी रोजे और व्रत रख रहे हैं. बंदियों के लिए जेल प्रशासन के द्वारा खास इंतजाम भी किए जा रहे हैं. यहां एक बंदी तरफ नवरात्र के व्रत का पालन करते हैं तो कुछ बंदी रोजे भी रख रहे हैं. गौरतलब है कि विभिन्न धर्मों के लोग चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में बंद हैं. यहां नवरात्र और रमजान को लेकर उत्सव जैसा माहौल है.
682 बंदियों ने रखा व्रत
चौधरी चरण सिंह जिला कारागार मेरठ के वरिष्ठ जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जेल का माहौल बेहद ही अद्भुत है. नवदुर्गा के दौरान मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा अर्चना में बंदी लगे हुए हैं. मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए बंदी व्रत भी रख रहे हैं. जिला कारागर में 638 पुरुष बंदी और 40 महिलाएं हैं. विशेष बात यह भी है कि अन्य धर्म के 4 लोग भी नियमित मां दुर्गा के व्रत का पालन कर रहे हैं.
कारागार में कैदियों ने नवरात्रि का व्रत किया. 670 बंदियों ने रखा रोजा
उन्होंने बताया कि रमजान का पावन महीना चल रहा है तो रमजान के इस महीने में काफी संख्या में बंदियों ने यहां रोजा रखा है. मेरठ जिला जेल में 632 पुरुष बंदी और 38 महिला बंदियों ने रोजा रखा है.
कारागार में कैदियों ने की इबादत. जेल प्रशासन बंदियों की आस्था का कर रहा सम्मान
वरिष्ठ जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि धार्मिक आस्थाओं को समझते हुए बंदियों की भावनाओं को लेकर जेल प्रशासन भी बहुत गंभीर है. बंदियों के लिए तमाम समुचित व्यवस्थाएं यहां निरंतर की जा रही हैं, ताकि उन्हें उनके धार्मिक मान्यताओं को लेकर किए जा रहे प्रयासों में कहीं कोई व्यवधान उत्पन्न न हो.
किए जा रहे तमाम इंतजाम
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में ही व्रत और रोजा खोलने के लिए उन्हें दूध और फल, खजूर आदि भी उपलब्ध कराया जा रहा है. सभी के लिए जेल मैनुअल के हिसाब से व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.
चौधरी चरण सिंह जिला कारागार हर बार से अधिक बंदी व्रती और रमजान से
सभी लोग अपने-अपने अहातों में पूजा पाठ और नमाज अदा कर रहे हैं. किसी को कोई भी समस्या नहीं हो रही है. जेल अधीक्षक ने बताया कि इस बार देखा जा रहा है कि व्रत और रमजान रखने वाले बंदियों की संख्या पहले से काफी ज्यादा है. ऐसे में सुबह को शहरी का वक्त होता है तो शाम को ही उनके लिए तमाम भोजन सामग्री की व्यवस्था करा दी जाती है.
जेल में बढ़ रहा भाईचारा
इसी तरह से जो व्रत के बंदी होते हैं उन्हें सुबह चाय व अन्य सामान या खाद्य सामग्री भी समय से दे दिया जाता है. जेल अधीक्षक ने बताया कि लोग अपने-अपने धर्म के मुताबिक अपनी - अपनी श्रद्धा भाव से अराधना कर रहे हैं और सभी बेहद प्रसन्न हैं.
मां दुर्गा की पूजा करते हुए कैदी उनका कहना है कि जेल में आपस में बंदी एक-दूसरे धर्म के प्रति मान रखते हैं. समाजवाद यहां देखा जा सकता है. फिलहाल सभी बेहद प्रसन्न हैं. बता दें कि जिला कारागार में करीब 2700 बंदी इस वक्त हैं, जिनमें से 1300 से अधिक बंदी धार्मिक क्रियाकलापों में लिप्त हैं.
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