मेरठ:जिले की सिवालखास विधानसभा सीट पर वर्तमान में बीजेपी का कब्जा है. इसी बीच विधानसभा चुनाव 2022 (assembly election 2022) नजदीक आने के साथ ही अब जनता अपने जनप्रतिनिधियों के रिपोर्ड कार्ड तैयार करने में लग गई है. चौक चौराहों पर चुनावी माहौल दिखने लगा है.
सिवालखास विधानसभा सीट (Siwalkhas assembly seat) पर कांटे की टक्कर में भाजपा के जितेंद्रपाल सतवाई विधानसभा पहुंच पाए थे. विधायक ने क्षेत्र में कितना विकास किया व अन्य दलों को लेकर इस विधानसभा क्षेत्र के लोग क्या सोचते हैं आदि बिंदुओं को लेकर चुनावी परिचर्चा के कुछ अंश..
सिवालखास विधानसभा मेरठ (Meerut) जिले के अंतर्गत आने वाली विधानसभा है जबकि ये सीट बागपत संसदीय सीट (Baghpat parliamentary seat) के अंतर्गत आती है. इस सीट पर कांटे का मुकाबला देखने को मिला था. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर बीजेपी अपना कमल खिलाने में कामयाब रही थी. यहां से भाजपा प्रत्याशी जितेंद्र सतवाई ने समाजवादी पार्टी के उस वक्त के विधायक गुलाम मोहम्मद को शिकस्त दी थी.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मोहम्मद फ़ारुख़ कहते हैं कि विकास तो होता ही रहता है लेकिन सरकार अच्छी है. उन्होंने बताया कि पहले क्षेत्र में चोरियां बहुत ज्यादा होती थीं. लेकिन अब रोक लगी हैं. विधायक के बारे में फ़ारुख़ कहते हैं कि विधायक भी उन्हें पसंद हैं. वो कहते हैं कि क्षेत्र में कार्य हो रहा है.
यहां के ईशा खान का कहना है कि क्षेत्र में दो नई समस्याओं से लोग परेशान हैं. बताया कि बेसहारा गोवंशों की वजह से फसलें चौपट हो रहीं हैं. फसलों को बचाने में किसान लगे रहते हैं. फ़ारुख़ का कहना है कि कस्बे के बाहर पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं हैं.
इस वजह से जलभराव की समस्या का समाधान आज तक नहीं हो पाया है. जनप्रतिनिधियों से कई बार शिकायत की गई. फ़ारुख़ का आरोप है कि विधायक ने कभी इन दिक्कतों को नहीं समझा. बताया कि इस बार लोग नाराज हैं. यहां के लोगोंं का इस बार रूझान गठबंधन की तरफ है.