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मेरठ में अवैध पटाखा फैक्ट्री का भंडाफोड़ - मेरठ में अवैध पटाखा फैक्ट्री

यूपी के मेरठ जिले में अवैध पटाखा फैक्ट्री का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक क्विंटल से ज्यादा देसी बम, बम बनाने का सामान, रैपर, डिब्बे समेत भारी मात्रा में कच्चा मैटेरियल बरामद किया है.

मेरठ में अवैध पटाखा फैक्ट्री का भंडाफोड़
मेरठ में अवैध पटाखा फैक्ट्री का भंडाफोड़

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Published : Nov 2, 2020, 12:01 PM IST

मेरठ: जिले में सरधना कस्बे के एक मकान में हुए धमाके के बाद जिला प्रशासन ने अवैध पटाखा कारोबारियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है. मेरठ जिले में दीपावली के लिए देसी पटाखा बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापेमारी की जा रही है. डीएम के. बाला के निर्देश पर मेरठ के सरधना, मवाना, परीक्षितगढ़, दौराला, हस्तिनापुर, रावण इलाके समेत दर्जन भर स्थानों पर छापेमारी कर अवैध पटाखा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने बड़ी संख्या में अवैध पटाखों की खेप के साथ 6 महिलाओं समेत कई लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया है. मवाना में एक मकान की छत का नजारा देख कर पुलिस भी हैरान रह गई. छत पर भारी मात्रा में देसी बम सूखते मिले हैं. पुलिस ने एक क्विंटल से ज्यादा देसी बम, बम बनाने का सामान, रैपर, डिब्बे समेत भारी मात्रा में कच्चा मैटेरियल बरामद किया है.

डीएम के. बाला के निर्देश पर मेरठ के सरधना, मवाना, परीक्षितगढ़, दौराला, हस्तिनापुर, रावण इलाके समेत दर्जन भर स्थानों पर छापेमारी कर अवैध पटाखा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है.

लाइसेंस की आड़ में अवैध चलती मिली पटाखा फैक्ट्री
दीपावली के मौके पर पटाखों की मांग बढ़ जाती है, जिसके चलते लाइसेंस की आड़ में अवैध पटाखा बनाने का गोरखधंधा भी शुरू हो जाता है. पटाखा कारोबारी पुलिस को गुमराह करने के लिए बंद मकानों में देसी पटाखे बनाने का काम करते हैं. पुलिस ने मवाना कस्बे के मकान में छापेमारी की तो महिलाओं द्वारा पटाखे बनाने का कुटीर उद्योग चलता मिला. महिलाएं बंद मकान में देसी बम और अन्य पटाखे बनाने का काम कर रही थीं. जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री मालिक ने पटाखा बनाने का लाइसेंस लिया हुआ है, लेकिन क्षमता कम होने की वजह से बंद मकान में अवैध तरीके से पटाखे बनवा रहा था.

छह महिलाएं गिरफ्तार, फैक्ट्री मालिक फरार
डीएम के.बाला के निर्देश पर पुलिस ने एक साथ कई स्थानों पर छापेमारी कर अवैध पटाखा कारोबार का भंडाफोड़ किया है. उस दौरान कई पटाखा कारोबारियों को भी गिरफ्तार किया है. वहीं कस्बा मवाना में पुलिस ने रिजवान के मकान में छापेमारी कर देसी बमों की खेप के साथ छह महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जबकि फैक्ट्री का मालिक रिजवान फरार हो गया. पुलिस ने मौके से लाखों की कीमत के पटाखे जब्त कर लिए हैं. मौके से भारी मात्रा में बारूद के साथ पटाखा बनाने का कैमिकल और सामान भी बरामद किया है. छत पर सूखते सुतली बम जब्त कर बम सप्लाई करने वाली एक गाड़ी भी बरामद कर ली है.

जानकारी देते सीओ
छत पर सूखते मिला बमों का जखीरा
दीपावली पर पटाखों की बढ़ती मांग और चंद पैसों के लालच में पटाखा कारोबारी ने पुलिस से बचने के लिए बंद मकान में पटाखा फैक्ट्री चला रखी थी. मकान के कमरों में पटाखे बनाये जा रहे थे, जबकि छतों पर पटाखे सुखाए जा रहे थे. आलू प्याज की तरह छतों पर भारी मात्रा में देसी बम सूखते मिले हैं, जिसे देखकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए. पुलिस के मुताबिक बारूद, रंग, कांच के साथ-साथ कई ऐसे हानिकारक पदार्थ मिलाकर यह पटाखे तैयार किए जाते हैं.
पुलिस ने एक क्विंटल से ज्यादा देसी बम, बम बनाने का सामान, रैपर, डिब्बे समेत भारी मात्रा में कच्चा मैटेरियल बरामद किया है.
सीओ उदय प्रताप ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रिजवान के मकान में छापेमारी की है, जहां अवैध रूप से पटाखे बनाये जा रहे थे. रिजवान के मकान से पटाखे बारूद, पटाखे बनाने की सामग्री और कच्चा मैटेरियल बरामद किया है. सीओ के मुताबिक आरिफ़ नाम के व्यक्ति के नाम से पटाखा बनाने का लाइसेंस था, लेकिन किन्ही कारणों से उसका लाइसेंस रिन्यूवल नहीं हो पाया, जिसके चलते आरिफ़ ने अपने भाई रिजवान के मकान में अवैध रूप से पटाखा फैक्ट्री चलाई हुई थी. फिलहाल फैक्ट्री से छह महिलाओं को पटाखे बनाते रंगेहाथ पकड़ी गई है. बाकी लोगों की जांच की जा रही है, जो लोग अवैध पटाखा बनाने के कारोबार में सम्मिलत पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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