मेरठ:कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है. ऐसे में शादी विवाह के लिए पहले से की गयी सभी तैयारियों पर पानी फिर गया है. दुल्हे और दुल्हन के परिवार के लोगों की हसरतें पूरी नहीं हो रही है. बैंड बाजे के साथ बारात दुल्हन के दरवाजे पर नहीं पहुंच रही है. बड़े-बड़े विवाह मंडप के स्थान पर घर के अंदर ही फेरों की रस्म पूरी हो रही है और बारात में भी चंद लोग शामिल हो रहे हैं.
लॉकडाउन में सादगी से हुई शादी
ऐसा ही एक मामला जिले के दुल्हैड़ा चौहान गांव में सामने आया है. जहां गांव के रघुवीर चौहान की बेटी रेनु उर्फ नेहा की शादी मदारपुरा निवासी अंकित के साथ तय हुई थी. अंकित नोएडा में एक प्रावइेट कंपनी में जॉब करता है.
शादी में सोशल डिस्टेंसिंग का किया गया पालन दोनों की शादी लॉकडाउन लागू होने से पहले ही तय हो गयी थी और 4 को शादी का शुभ मुहूर्त निकला था. इस दौरान देश में लॉकडाउन लागू हो गया, दोनों परिवार के लोगों को उम्मीद थी कि शादी की तारीख तक लॉकडाउन खुल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तीसरे चरण में लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ाए जाने के बाद शादी की सभी तैयारी धरी रह गईं.
शादी के बाद बुजुर्गों से आशीर्वाद लेते दुल्हा-दुल्हन पिता और जीजा के साथ पहुंचा दुल्हासोमवार को दुल्हा अंकित सुबह अपने पिता कुंवरपाल और जीजा के साथ दुल्हन के घर पहुंचा. यहां बिना बैंडबाजे के दुल्हन के घर पर ही शादी की सभी रस्में पूरी की गईं और फेरों के बाद दुल्हन को बिना दान-दहेज के विदा किया गया.
बेटी को धूमधाम से विदा करना चाहते थे परिजन
दुल्हन के परिजनों का कहना है कि उन्होंने बेटी की शादी की तैयारी कई महीने पहले शुरू कर दी थीं. सभी की इच्छा थी कि शादी धूमधाम से कर बेटी को विदा करेंगे, लेकिन लॉकडाउन के कारण ऐसा नहीं हो सका. बेटी की शादी में कोई रिश्तेदार भी शामिल नहीं हो सका, गांव के लोगों को भी नहीं बुलाया गया. सादगी से जयमाला और फेरों की रस्में पूरी कर बेटी को विदा किया गया.