मेरठ:उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल मंगलवार को मेरठ पहुंचीं. इस मौके पर उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय कृषि मेले का उद्घाटन किया. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि देश के पीएम और प्रदेश के सीएम ऐसी-ऐसी योजनाएं ला रहे हैं. इससे हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि महिलाओं में उतना ही कौशल है, जितना पुरुषों में है. गरीबी से बाहर निकालने के लिए महिलाओं को भी काम करना होगा. 9 साल में देश में साढ़े 13 करोड़ परिवार गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं.
गोल्डमेडल जीतने वाली बेटी के परिजन सम्मानित
मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार से तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी लगाई गई है. प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने केंद्रीय राज्यमंत्री और प्रदेश सरकार के मंत्री बलदेव ओलख की उपस्थिति में किसान मेले एवं उद्योग प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. इस मौके पर राज्यपाल ने कृषि मेले में लगे अलग-अलग स्टॉल पर पहुंचकर लोगों से मुलाकात की. इसके साथ ही राज्यपाल ने एशियन गेम्स में गोल्डमेडल जीतने वाली मेरठ की बेटी पारुल चौधरी, कांस्य पदक विजेता किरण बालियान और उनके परिजनों को भी सम्मानित किया.
50 फीसदी मेडलों पर बेटियों का कब्जा
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने खेल को लेकर कहा कि पहले सभी सोचते थे कि ऐसे खेल में क्या मिलेगा. इसीलिए खेल-खेलना ही नहीं था. लेकिन अब स्थिति बदल गई है. अब गरीब घरों के किसानों के बच्चे आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीछले साल देश ने 60 मेडल प्राप्त किया था. लेकिन इस बार 107 मेडल देश में आए हैं. उन्होंने कहा कि इससे भी अधिक खुशी की बात यह है कि 50 फीसदी मेडल बेटियां लाई हैं.
प्रदेश के विश्वविद्यालयों में महिला वीसी
राज्यपाल ने कहा कि पूरे भारत में आज तक कोई भी विश्वविद्यालय उन्होंने ऐसा नहीं देखा कि, जहां वीसी महिला हो, लोगों की यही सोच थी कि महिला क्या काम करेगी. लेकिन आज महिलाएं आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर आपके पास फर्जी डिग्री है तो आप आगे नहीं बढ़ सकती हैं. महिलाएं पढ़कर ही आगे बढ़ सकती हैं. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के 9 विश्वविद्यालयों में महिलाओं को वीसी बनाया गया है. जो विश्वविद्यालय में बेहतर काम कर रही हैं.
21वीं सदी की महिलाएं बढ़ रही हैं आगे
राज्यपाल ने कहा कि पीएम मोदी की वजह से आज विधानसभा और लोकसभा में 33 प्रतिशत महिलओं का आरक्षण मिला है. राज्यपाल ने विश्वविद्यलयओं को लेकर कहा कि पूरे प्रदेश में 32 सरकारी विश्वविद्यालय हैं. विश्वविद्यालयों में जैसा काम हो रहा है, उससे उन्हें खुशी मिली है. उन्होंने कहा कि वह एक किसाने की बेटी हैं. उस समय कोई हॉस्टल भी नहीं था. लोग 10-10 किलोमीटर आते-जाते थे, साथ ही अपने घर के जानवरों के गोबर भी उठाकर सारा काम करते थे. उन्होंने कहा कि अगर कोई बेटी या बेटा आगे बढ़ता है तो गांव वालों को खुश होना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि 21वीं सदी की महिलाएं चंद्रयान-3 बना रही हैं.