मेरठः मेरठ में करोड़ों की प्रॉपर्टी के लिए गैंगस्टर ने पुलिस के साथ गठजोड़ करके फर्जी मुकदमे की साजिश रच डाली. गैंगस्टर के इशारे पर एक भाई ने खुद पर ही हमला कराकर दूसरे पक्ष को गिरफ्तार करा दिया और फर्जी मुकदमे में आरोपियों को जेल भिजवा कर उनकी करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर लिया. यह खुलासा मेरठ पुलिस ने किया है.
पुलिस ने इस मामले में अब अपने ही इंस्पेक्टर और दरोगा पर मिस कंडक्ट की कार्रवाई की है. साथ ही गैंगस्टर यशपाल तोमर की करीब 153 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है.
9 नवंबर 2020 को मेरठ के बिजली बंबा बाईपास पर दिल्ली के कारोबारी गिरधरलाल चावला और उनके चालक को स्कूटी सवार हमलावरों ने गोली मार दी थी. गिरधारी लाल के बेटे की तरफ से प्रॉपर्टी विवाद में अपने ही चाचा व अन्य पर हमले का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया. इसमें आधा दर्जन लोगों को नामजद कराया गया. इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट लगा दी और आरोपियों को जेल भेज दिया.
इसके बाद सितंबर 2021 में प्रतिवादियों ने एसएसपी मेरठ से पूरे मामले में शिकायत की. तत्कालीन आरोपियों की माने तो पुलिस और गैंगस्टर ने मिलकर फर्जी ढंग से उन्हें जेल भिजवा दिया. पुलिस अधिकारियों ने जब इस मामले में छानबीन की तो मामला करोड़ों की विवादित जमीन पर कब्जे का सामने आया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक यशपाल तोमर फर्जी मुकदमे कराने वालों का गैंग चलाता है. इसमें कई शूटर भी शामिल हैं. जमीन कब्जाने के लिए फर्जी मुकदमे लगवाना, हमला करवाना और हनी ट्रैप में फंसाने जैसे काम इस गिरोह द्वारा किए जाते हैं.