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मेरठ में ब्लैक फंगस से चार मरीजों की मौत - मेरठ में ब्लैक फंगस के 16 मरीजों का ऑपरेशन

पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ में पिछले 24 घंटे में ब्लैक फंगस के 4 मरीजों की मौत हो गई. वहीं, जिले में अब ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या 100 पहुंच गई है.

मेरठ में ब्लैक फंगस से चार मरीजों की मौत
मेरठ में ब्लैक फंगस से चार मरीजों की मौत

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Published : May 24, 2021, 1:41 AM IST

मेरठ: जिले में आये दिन न सिर्फ ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है बल्कि मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. जिले में पिछले 24 घंटे में ब्लैक फंगस के चार मरीजों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. जिले में ब्लैक फंगस से अब तक कुल 12 लोगों की मौत चुकी है. वहीं, ब्लैक फंगस मरीजों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है. रविवार को मेडिकल कॉलेज में तीन और प्राइवेट हॉस्पिटल में ब्लैक फंगस की चपेट में आने से एक बच्चे की मौत हुई है.


ऑपरेशन के बाद डिस्चार्ज होने लगे मरीज
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में कोविड एवं नॉन कोविड ब्लैक फंगस मरीज भर्ती हैं. जबकि बड़ी संख्या में ब्लैक फंगस के मरीज प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती हैं. सीएमओ का दावा है कि कोरोना संक्रमण के साथ साथ ब्लैक फंगस पर कंट्रोल किया जा रहा है. हाल ही में 16 मरीजों का ऑपरेशन कर घर भेज दिया है. कोरोना पॉजिटिव और निगेटिव दोनों तरह के मरीजों को अलग-अलग कमरे में रखा हुआ है.

16 मरीजों की आंखों का ऑपरेशन
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों को आवश्यकता से ज्यादा स्ट्रॉयड देने और शुगर लेवल बढ़ने से ब्लैक फंगस की बीमारी हो रही है. विभिन्न अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 16 मरीजों की आंखों का ऑपरेशन किया गया है, जबकि काफी मरीज कवर हो रहे है. कई मरीजो के ऑपरेशन कर डिस्चार्ज भी कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी की दवा की कमी भारत में थी, लेकिन अब इंजेक्शन एम्फोटेरिशन-बी स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध है. धीरे धीरे सभी दवाइयों की आपूर्ति की जा रही है. इतना ही नही बाजार में इसका विकल्प भी आ गया है.

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ब्लैक फंगस के मरीजों को अलग से भर्ती किया जा रहा
बता दें कि मेरठ में ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे हैं. ज्यादातर कोविड मरीजों में इस बीमारी की पुष्टि हो रही है. लगातार ब्लैक फंगस मरीजों के मिलने के बाद सरकार ने इसको महामारी घोषित कर दिया है. लेकिन दवाइयां उपलब्ध नही होने की वजह से जहां स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ी हुई है. कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मेडिकल कॉलेज में कोविड और नॉन कोविड ब्लैक फंगस वार्ड तैयार किया गया है. जहां कोविड एवं नॉन कोविड ब्लैक फंगस मरीजों को अलग अलग भर्ती किया जा रहा है. वहीं, ब्लैक फंगस को लेकर सर्विलांस टीम को भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं.

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