मेरठ:बसपा के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी शुक्रवार देर रात दिल्ली के चांदनी महल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया. एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि मीट माफिया याकूब को बेटे इमरान सहित गिरफ्तार किया गया. अवैध मीट प्लांट संचालन के मामले में याकूब और इमरान पर 50-50 हजार का इनाम था. करीब 9 महीने से यह दोनों फरार चल रहे थे. बीते दिनों ही भगोड़े पूर्व मंत्री और उनके बेटे पर 25-25 हजार रुपये की इनाम की राशि को बढ़ाकर 50-50 हजार रुपये किया गया था. याकूब कुरैशी और उशके बेटे इमरान को कोर्ट में पेश किया गया. धर्मेंद्र सिंह यादव याकूब कुरैशी के वकील हैं. दोनों का मेडिकल कराया गया है.
पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी और उसके बेटे इमरान को पुलिस ने गैंगेस्टर कोर्ट में पेश किया. गैंगेस्टर कोर्ट नंबर 9 एडीजे किरण बाला ने याकूब कुरैशी और उनके बेटे को 60 दिन की न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया. इस दौरान कोर्ट परिसर में हाजी याकूब कुरैशी के पक्ष में कई वकील मौजूद थे. वहीं, समर्थक भी कोर्ट के आसपास मौजूद रहे. पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से चाक-चौबंद व्यवस्था की थी. पुलिस ने क्यूआरटी के जवान भी कोर्ट के इर्द गिर्द तैनात किए थे.
सरकारी अधिवक्ता ओपी शर्मा ने बताया कि गैंगेस्टर कोर्ट में याकूब कुरैशी की रिमांड पर बहस हुई. कोर्ट में ज्यूडिशियल रिमांड को स्वीकार करते हुए कोर्ट ने उन्हें और उनके बेटे को जेल भेज दिया. उन्होंने बताया कि दिसंबर 2021 में जो नया बदलाव हुआ है, उसकी परिधि में पूर्व मंत्री और उनके बेटे का अपराध आता है. पूर्व मंत्री के अधिवक्ताओं का गलत तर्क था, उसे अस्वीकार करते हुए जेल भेजने का आदेश दिया गया. उन्होंने बताया कि पुलिस ने कोई रिमांड नहीं मांगी. जब तक विवेचना चलती है, तब तक ज्यूडिशियल रिमांड पर ही मुल्जिम जेल भेजे जाते हैं. उन्होंने कहा कि जमानत के लिए अभी कोई बेल एप्लिकेशन नहीं आई है.
पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान को पुलिस ने दिल्ली के चांदनी महल थाना क्षेत्र से शुक्रवार रात करीब दो बजे गिरफ्तार किया गया था. अभी तक जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक दिल्ली में फ्लैट किराए पर लेकर याकूब और उनका बेटा इमरान साथ रह रहे थे. पुलिस 9 महीने से याकूब और उसके बेटों को तलाश रही थी. जबकि. एक बेटे को पुलिस ने नवंबर में गिरफ्तार कर लिया था. एसपी क्राइम अनित कुमार ने इस बात की पुष्टि की है कि खरखौदा पुलिस अभी पूर्व मंत्री और उसके बेटे को खरखौदा थाने लेकर नहीं पहुंची है. यह पूरा मामला खरखौदा थाना क्षेत्र से जुड़ा है.