मेरठ: दीपावली पर तांत्रिक क्रिया के लिए उल्लू और तोते को शिकार के बाद कैद करने वालों पर वन विभाग शिकंजा कसेगा. इसके साथ ही पक्षियों की तस्करी करने वालों पर भी वन विभाग अपनी नजर रखेगा. इसके लिए वन विभाग की टीम अभी से अभियान में जुट गया है. जिला वन अधिकारी ने सभी रेंज में टीम गठित कर अवैध रूप से पक्षियों का शिकार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि दीपावली पर कुछ लोग अंधविश्वास के चलते तांत्रिक क्रिया के लिए उल्लू और तोते को कैद कर अपने पास रखते हैं. ऐसे अंधविश्वासी का मानना होता है कि उल्लू को अपने पास कैद करके रखने से उन्हें लक्ष्मी प्राप्ति होगी.
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अंधविश्वास के कारण पक्षियों को करते हैं कैद
इसी अंधविश्वास के चलते दीपावली पर उल्लू को अवैध रूप से पकड़ कर तांत्रिक क्रिया के लिए उसकी तस्करी की जाती है. इसको लेकर वन विभाग की टीम ने पिछले साल भी कई स्थानों पर छापेमारी की थी. वहीं इस बार भी वन विभाग की टीम पूरी तरह से मुस्तैद दिख रही है.
कार्रवाई के मूड में वन विभाग
डीएफओ अदिति शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि अंधविश्वास के चलते कुछ लोग तांत्रिक क्रिया आदि के लिए उल्लू और तोते को कैद करके अपने पास रखते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ वन विभाग कड़ी कार्रवाई के मूड में है.
अदिति शर्मा के मुताबिक जिले की सभी रेंज में टीम गठित की गई हैं, जो अवैध रूप से दुर्लभ और प्रतिबंधित पक्षियों को कैद रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. इसके लिए वन विभाग की टीम अभी से अभियान चला रही है. टीम उन संदिग्ध स्थानों पर भी नजर रख रही है, जहां से तस्करी की संभावना है.