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मेरठ में एक ही दिन में तीन तलाक के पांच मामले - मेरठ में तीन तलाक

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक दिन में पांच अलग-अलग तलाक के मामले सामने आए हैं. इस पूरे मामले में पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.

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Published : Sep 5, 2019, 10:56 PM IST

मेरठ: तीन तलाक बिल पास होने के बावजूद तीन तलाक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. मेरठ में तीन तलाक दिए जाने के पांच मामले एक ही दिन में सामने आए. पीड़िता न्याय की गुहार लगाने के लिए अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची. पुलिस ने पीड़ित महिलाओं को जांच के बाद उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया है.

तीन तलाक देकर घर से निकाला
पीड़िता तरन्नुम ने बताया कि उसका निकाह शाहनवाज से करीब चार साल पहले हुआ था. तरन्नुम का आरोप है कि शाहनवाज और उसके परिवार वालों ने बुधवार को उसके साथ मारपीट की. उसने मारपीट का विरोध किया तो उसके पति ने उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया. इस मामले में इंस्पेक्टर नौचंदी तपेश्वर सागर का कहना है कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है.

बेटी पैदा होने पर दिया पत्नी को तलाक
बेटी पैदा होने पर पति ने तलाक देकर एक महिला को घर से निकाल दिया. एसएसपी ऑफिस पहुंची पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी चार साल पहले मेरठ के श्यामनगर में हुई थी. निकाह के बाद उसे बेटी हुई तो ससुराल वालों ने अपना व्यवहार बदल लिया. दूसरी बेटी होने पर उसे प्रताड़ित करने लगे. महिला का आरोप है कि उसे ससुराल से पैसे लाने का दबाव बनाया जाने लगा. बाद में उसके ​पति ने उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया.

दो बेटी होने के बाद दिया तलाक
तीन तलाक का तीसरा मामला सरधना थाना क्षेत्र का है. पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 2016 में मुजफ्फरनगर के गांव खोखनी में हुई थी. शादी के बाद से ही उसके ससुराल वाले दहेज के लिए उसे प्रताड़ित कर रहे थे. इस दौरान दो बेटियों के पैदा होने के बाद उस पर अत्याचार और बढ़ गया. महिला का आरोप है कि बीती तीन सितंबर को पति ने उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया.

पति की दूसरी शादी रूकवाने पहुंची
जिले में बुधवार की देर शाम एक तीन तलाक पीड़िता पति की दूसरी शादी रुकवाने नौचंदी थाने पहुंची. महिला ने आरोप लगाया कि उसे गलत तरीके से झूठे साक्ष्य तैयार कर उसके पति और बच्चों से अलग किया जा रहा है. महिला का कहना था कि उसकी शादी 2014 में हुई थी. शादी के बाद उन्हें एक बेटी और एक बेटा हुआ. महिला का आरोप है कि 17 जून को ससुराल वालों ने पंचायत बुलाकर तीन तलाक दिला दिया, जिसके बाद उसे मायके वालों ने भी रखने से इंकार कर दिया.

थाने के सामने ही दिया तीन तलाक
मुंडाली निवासी आयशा का कहना है कि उसका निकाह लगभग 15 साल पहले सरूरपुर थाना क्षेत्र के हर्रा निवासी इमरान के साथ हुआ था. आरोप है कि दहेज की मांग को लेकर उसका पति इमरान और ससुर यूनुस उसका उत्पीड़न कर रहे हैं. विरोध करने पर इमरान दूसरी महिला से शादी करने की धमकी देता है. इस संबंध में उसने महिला थाने में शिकायत की थी. महिला का आरोप है कि उसके पति इमरान ने उसके चार बच्चों को छीन कर उसे घर से निकाल दिया. बीती 25 अगस्त को जब वह महिला थाने से वापस लौट रही थी तब थाने के सामने ही उसके पति ने उसे तीन तलाक दे दिया.

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