मेरठ : एक ओर जहां केंद्र की बीजेपी सरकार नए कृषि कानूनों से किसानों की आय दोगुनी होने का दावा कर रही है. तो वहीं नए कृषि कानूनों से खफा किसानों का कहना है कि, आगामी पंचायत चुनाव में बीजेपी का ठीक वैसा होगा जैसा पंजाब के निकाय चुनाव में हुआ है.
बीजेपी से नाराज पश्चिमी यूपी के किसान ETV भारत से बातचीत में भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसानों ने बीजेपी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि, नए कृषि कानूनों के माध्यम से सरकार ने देश के किसानों को ठगने का काम किया है.
ETV भारत की टीम ने मेरठ के किसानों के बीच पहुंच कर उनका मन टटोलने की कोशिश की. इस दौरान किसानों ने कहा कि, हमारे वोट ही केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार बनी थी, लेकिन केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को लाकर बीजेपी के पैरों पर कुल्हाड़ी मारने का काम किया है.
बीजेपी नेताओं के बहिष्कार का एलान
भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता राकेश टिकैत पहले ही बीजेपी की खिलाफत करने की घोषणा कर चुके हैं. जिसके बाद मेरठ के किसानों ने भी बीजेपी नेताओं के बहिष्कार का एलान भी कर दिया है. ऐसे में बीजेपी नेताओं को गांव में नहीं घुसने के पोस्टर लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही बीजेपी नेताओं को शादी-विवाह और अन्य कार्यक्रमों में न्योता देने पर भी बैन लगाया गया है.
आर-पार के मूड में किसान
यूपी के किसान बीजेपी के साथ आर-पार का मूड बना चुके हैं. उनका कहना है कि पिछले चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी ने जो वादे किए थे, उनमें से एक पर भी खरा नहीं उतरे हैं. पीएम-सीएम के सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं. इसलिए आगामी पंचायत और 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबक सिखाने का काम किया जाएगा.