मेरठ: सूबे की योगी सरकार शराब माफियाओं के खिलाफ कार्यवाई के दावे कर रही है. वहीं बेखौफ शराब माफिया न सिर्फ नकली शराब की फैक्ट्रियां चला रहे हैं, बल्कि सरकार के दावों की भी पोल खोल रही है. ताजा मामला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के थाना जानी इलाके का है, जहां मेरठ पुलिस ने पेपला गांव में बंद चल रहे बीएड कॉलेज में अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने मौके से सर शादीलाल डिस्टलरी मंसूरपुर की नकली शराब की बड़ी खेप बरामद की है.
जानकारी के मुताबिक कॉलेज के भीतर बंद कमरों में नकली शराब तैयार करके कम दामों पर ठेकों पर सप्लाई की जा रही थी. थाना कंकरखेड़ा पुलिस ने छापेमारी करके सौ पेटी नकली शराब और शराब बनाने का सामान बरामद किया है. फैक्ट्री में पहरेदारी के लिए रखे गए चौकीदार और शराब बनाने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जबकि शराब फैक्ट्री मालिक सचिन पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस सचिन और फैक्ट्री से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के लिए मुजफ्फरनगर-खतौली में दबिश दे रही है.
पुलिस चेकिंग में हुआ खुलासा
गुरुवार रात में थाना कंकरखेड़ा पुलिस हाईवे पर रूटीन चेकिंग कर रही थी. इसी बीच शराब की पेटियों से भरी एक स्कॉर्पियो गाड़ी वहां पहुंची. पुलिस ने गाड़ी में भरी शराब समेत गांव पेपला निवासी विकास और भूरा को हिरासत में ले लिया. पुलिस पूछताछ में पता चला कि ये लोग शराब को ठेकों पर देने जा रहे थे. अभियुक्तों ने बताया कि मंसूरपुर की सर शादीलाल डिस्टलरी में बन रही तोहफा ब्रांड की नकली शराब है, जो पेपला गांव के तेजवीर सिंह मैमोरियल बीएड कॉलेज में तैयार की जा रही है.
बीएड कॉलेज में चल रही नकली शराब की फैक्ट्री
थाना कंकरखेड़ा पुलिस ने पकड़े गए अभियुक्तों को साथ लेकर कॉलेज में छापेमारी की तो वहां का नजारा देखकर पुलिसकर्मी हैरान रह गए. कॉलेज के बंद कमरों में शराब की फैक्ट्री चल रही थी. मौके पर भारी मात्रा में शराब बनाने का सामान, उपकरण, खाली बोतलें, ढक्कन, रैपर समेत कई अन्य चीजें मिली हैं. बताया जा रहा है कि यह कॉलेज पेपला गांव के पूर्व प्रधान तेजवीर सिंह के नाम पर बनाया गया है और तेजवीर सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी कॉलेज का संचालन कर रही हैं.