मेरठः आईएएस की परीक्षा में चयनित होना ज्यादातर युवाओं का सपना रहता है. इनमें से कुछ युवा ही इसे हकीकत में बदल पाते हैं. ऐसे युवाओं में ही एक हैं 2020 आईएएस बैच की सेकेंड टॉपर जागृति अवस्थी. उनसे ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. जानिए उनकी सफलता की कहानी उन्हीं की जुबानी.
मेरठ के रजपुरा ब्लॉक में बतौर बीडीओ कार्यभार संभाल रहीं जागृति अवस्थी बताती हैं कि उनकी शिक्षा मध्यप्रदेश के भोपाल में हुई थी. उन्होंने 10 वीं और 12वीं की पढ़ाई महर्षि मंदिर विद्यालय से की. B Tech मौलाना आजाद नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (MANIT), भोपाल से किया. उनके पिता सुरेश चंद्र अवस्थी सरकारी हॉस्पिटल में होमियोपैथी चिकित्सक हैं वहीं मां मधुलिका अवस्थी फिजिकल एजुकेशन ट्रेनर थीं. बाद में स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने नौकरी छोड़ दी और अब घर संभालती हैं. छोटा भाई सुयश अवस्थी एमबीबीएस कर रहे हैं.
जागृति अवस्थी ने बताया कि उन्होंने बीटेक करने के बाद GATE की परीक्षा दी और उसे क्लियर करने के बाद उनकी जॉब भारत हैवी एलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर पद पर लग गई. उस दौरान लगा कि व्यापक सामाजिक स्तर पर काम करना है तो टेक्नोलॉजी का यह क्षेत्र छोड़ना पड़ेगा. इसके बाद आईएएस बनेन की ठानी. जॉब में रहते हुए उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी की. पहली बार में वह प्री भी नहीं निकाल सकीं. इसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ी और एक साल घर पर ही तैयारी की. उस दौरान कोरोना काल चल रहा था. लॉकडाउन के समय सबकुछ बंद था इस वजह से घर पर ही रहकर तैयारी की.
जागृति कहती हैं कि किसी भी परीक्षा के लिए सबसे जरूरी है कि हमें सिलेबस सही से पता होना चाहिए. किताबें कौन सी पढ़नी है ये मालूम होना चाहिए. परीक्षा के अनुरूप अभ्यास होना चाहिए. पहले सिलेबस को अच्छे से समझा फिर किताबें चुनीं. इसके बाद तैयारी में जुट गईं.