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मेरठ के इस युवा इंजीनियर ने पुराने स्क्रैप से बनाया ऑक्सीजन प्लांट - स्क्रैप से ऑक्सीजन प्लांट

पूरे देश में जहां एक ओर कोरोना महामारी के बीच लोग ऑक्सीजन के लिए परेशान हो रहे हैं. कोरोना से संक्रमित मरीज ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. इन सबके बीच मेरठ के एक इंजीनियर यशराज गुप्ता ने पुराने स्क्रैप को इकट्ठा कर ऑक्सीजन प्लांट बना डाला, जिससे मरीजों को ऑक्सीजन मिल सके. देखिए ये रिपोर्ट...

पुराने स्क्रैप से बनाया ऑक्सीजन प्लांट
पुराने स्क्रैप से बनाया ऑक्सीजन प्लांट

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Published : May 4, 2021, 3:23 PM IST

मेरठ: एक ओर जहां पूरे देश मे बेड, दवाइयों और ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. वहीं मेरठ के युवा इंजीनियर यशराज गुप्ता ने सांसों के लिए जद्दोजहद कर रहे मरीजों के लिए पुराने स्क्रैप से ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया है, जिससे कोविड मरीजों को सांसें नसीब हो रही हैं. इंजीनियर यशराज ने पुराने स्क्रैप को जोड़कर नया ऑक्सीजन प्लांट गौतमबुद्ध नगर में लगाया है, जहां यह प्लांट मरीजों को 70 फीसदी ऑक्सीजन मुहैया करा रहा है.

युवा इंजीनियर यशराज गुप्ता ने स्क्रैप से बनाया ऑक्सीजन प्लांट

स्क्रैप से बनाया ऑक्सीजन प्लांट

इन दिनों कोरोना संक्रमण की वजह से पूरा देश जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. कोरोना मरीज के परिजन अपनों को बचाने के लिए ऑक्सीजन की तलाश में इधर उधर भटक रहे हैं. ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों मरीज दम तोड़ रहे हैं. कोरोना काल में मरीजों के लिए ऑक्सीजन न मिलने पर सांस लेना मुश्किल हो रहा है. ऐसे वक्त में मेरठ के बेगमबाग निवासी एक युवा इंजीनियर यशराज गुप्ता ने पिता और चाचा के साथ मिलकर ऑक्सीजन की कमी को दूर करने की ठानी है. ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए यशराज गुप्ता ने ऐसा प्रयोग किया है, जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है. इन्होंने पुराने उपकरणों और स्क्रैप को जोड़कर गौतमबुद्ध नगर जिले में बड़ा प्लांट खड़ा कर दिया है.

कई राज्यों से जुटाया स्क्रैप

यशराज गुप्ता ने बताया कि उन्होंने करीब ढाई साल मेकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. एक्टिंग के शौक के चलते इंजीनियरिंग बीच में ही छोड़ दी थी. बीते साल मार्च महीने में जब कोरोना महामारी फैली तो उन्होंने गौतमबुद्ध नगर में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का प्लान बनाया था. लेकिन अकेले के लिए यह काम संभव नहीं था, जिसके चलते उसने पिता और चाचा की मदद से अपने मुकाम को अंजाम दिया है. बजट कम होने पर भी पीछे नहीं हटे.

स्क्रैप से बना प्लांट बना संजीवनी

यशराज के मुताबिक उन्होंने करीब 6 महीने की मेहनत में सभी स्क्रैप को इक्कठा कर लिया. पुराने उपकरणों और स्क्रैप को जोड़कर गौतमबुद्ध नगर में 500 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता का प्लांट बना लिया. हालांकि कुछ उपकरण नए भी लगाए गए. 13 अप्रैल को स्क्रैप से बनाये गए प्लांट का ट्रायल किया गया तो 300 से 350 सिलेंडर ऑक्सीजन भरे गए. खास बात ये है की प्लांट का ट्रायल ऐसे वक्त में हुआ जब चारों ओर ऑक्सीजन को लेकर मारामारी हो रही थी. ट्रायल पर चालू किया गया प्लांट लगातार चल रहा है. मेंटिनेंस के लिए भी बंद नही किया गया. अगले एक सप्ताह के भीतर प्लांट की कमियों को दूर कर 500 सिलेंडर प्रतिदिन भरे जाएंगे.

जिला प्रशासन ने भारत रत्न ऑक्सीजन प्लांट का दिया नाम

यशराज के पिता अनुराग गुप्ता ने बताया कि वे भी मैकेनिकल इंजीनियर हैं और पूर्व में अपना ऑक्सीजन प्लांट चला चुके हैं. यही वजह है कि इनके सामने आने वाली हर परेशानी का समाधान होता चला गया. जिले में ऑक्सीजन प्लांट चालू होने की खबर गौतमबुद्ध नगर प्रशासन को लगी तो डीएम ने प्लांट का निरीक्षण कर सराहना की. डीएम ने कहा कि आप ऑक्सीजन दीजिए उसकी सप्लाई प्रशासन जरूरतमंदों के पास करेगा. पुराने स्क्रैप से बने प्लांट को जिलाधिकारी ने भारत रत्न ऑक्सीजन प्लांट नाम दिया है.

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