मेरठ: जिले में इलाज के लिए मरीजों को अब और परेशान नहीं होना पड़ेगा. शासन ने जिले के 10 निजी अस्पतालों को इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने की अनुमति दे दी है. इन अस्पतालों में अब स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार मरीजों का इलाज किया जा सकेगा. अगर इन निजी अस्पतालों में इलाज के लिए आए किसी मरीज की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है तो उस मरीज को कोविड अस्पताल शिफ्ट किया जाएगा. कोरोना मरीज मिलने पर पूरे अस्पताल को सील नहीं किया जाएगा. केवल जिस हिस्से में कोरोना संक्रमित मिला या उसका इलाज हुआ, उसको सैनिटाइज कर निश्चित समय के लिए बंद किया जाएगा.
संक्रमण निवारण समिति का गठन
शहर के निजी अस्पतालों में इलाज शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक संक्रमण निवारण समिति का भी गठन किया है. डॉ. राजकुमार सिंह के मुताबिक जो अस्पताल चुने गए हैं उनके डॉक्टर और अन्य स्टाफ समिति के अधीन कार्य करेंगे और उन्हें प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. मरीज को देखने से पहले डॉक्टर को पीपीई किट, ग्लव्स और मास्क, आदि लगाना होगा. पैरा मेडिकल स्टाफ को भी बताए गए नियमों का पालन करना होगा. इन अस्पतालों में जो मरीज आएंगे, उन्हें पहले इमरजेंसी में रखा जाएगा. कोरोना जांच के बाद यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उसका सामान्य मरीज की तरह ही इलाज किया जाएगा. पॉजिटिव आने पर मरीज को कोविड अस्पताल में भर्ती कराना होगा.