मेरठ:जिले के गगोल गांव में दशहरा का त्यौहार नहीं मनाया जाता है. इस दिन पूरे गांव में गमगीन माहौल रहता है. 165 सालों से अंग्रेजी हुकूमत के एक कृत्य के कारण यहां दशहरा नहीं मनाया जाता है. मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर इस गांव में 9 क्रांतिकारियों को एक साथ गांव में पीपल के पेड़ पर खुलेआम फांसी पर अंग्रेजों ने लटका दिया था. एक साथ दशहरे के दिन 9 लोगों को फांसी दिए जाने के बाद से पूरे गांव में मातम छा गया था.
उस दिन से आज तक गगोल गांव के लोग दशहरा का त्यौहार नहीं मनाते हैं. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के एचओडी विग्नेश त्यागी ने इस बारे में बताया कि अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जब क्रांति की ज्वाला धधकनी शुरू हुई थी. तो गगोल गांव में फिरंगियों ने 9 ग्रामीणों को विजयदशमी के दिन पीपल के पेड़ पर फांसी पर लटकाकर अपने निर्मम होने का परिचय दिया था.