मेरठ: कोविड-19 के संक्रमण की वजह से सब जगह हालात बेकाबू बने हुए हैं. हर जगह आफत ही दिख रही है. हालात यह हैं कि श्मशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.
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पेंशन की दान
शवों की लाइन इतनी लंबी है कि श्मशान घाट पर बने शव गृह कम पड़ गए हैं. इन्हीं बातों को देखते हुए वरिष्ठ आईएएस आलोक सिन्हा की प्रेरणा से दिव्यांग भाइयों आयुष और पीयूष गोयल ने अपनी 3 महीने की दिव्यांग पेंशन 3100 रुपये गंगा मोटर कमेटी को समर्पित की है. उन्होंने कहा कि यदि विद्य़ुत संचालित शवदाह गृह में कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार होता है तो कोरोना संक्रमण का खतरा भी कम होगा और लकड़ियों का प्रयोग नहीं होगा. साथ ही पर्यावरण अनुकूल होगा और प्रदूषण भी नहीं फैलेगा. उन्होंने कहा कि मृतकों की आत्मा की शांति के लिए यह पर्यावरण एंव स्वच्छता क्लब का छोटा सा प्रयास है. इन परिस्थितियों में हम सभी लोगों को एक साथ मिलकर अपने-अपने स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास करने चाहिए.